मॉनसून सत्र का पहला दिन हंगामेदार, मात्र 20 मिनट में लोकसभा स्थगित
- Post By Admin on Jul 21 2025

नई दिल्ली : संसद का मॉनसून सत्र सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के साथ शुरू हुआ, लेकिन इसकी कार्यवाही महज 20 मिनट ही चल सकी। लोकसभा की कार्यवाही विपक्षी सांसदों के तीव्र हंगामे के चलते बारह बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। विपक्ष, विशेषकर समाजवादी पार्टी और अन्य दलों के सांसद ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग को लेकर आसन के पास पहुंच गए, जिससे सदन का माहौल गरमा गया।
स्पीकर बिरला की सपा सांसद अखिलेश यादव से अपील
हंगामे के बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों से बार-बार संयम बरतने की अपील की। खासतौर पर उन्होंने समाजवादी पार्टी के प्रमुख सांसद अखिलेश यादव से कहा, "अखिलेश जी, इनको बिठाइए..."। बिरला ने साफ किया कि सरकार ऑपरेशन सिंदूर जैसे गंभीर विषय पर चर्चा को तैयार है, लेकिन यह प्रश्नकाल के बाद नियमानुसार ही होगी।
सिर्फ 20 मिनट में स्थगित हुआ सदन
प्रश्नकाल शुरू होते ही विपक्ष ने जोरदार नारेबाज़ी और वेल में आकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस पर स्पीकर बिरला ने कहा, "सरकार हर सवाल का जवाब देने को तैयार है, लेकिन सदन की गरिमा बनाए रखना सभी की जिम्मेदारी है।" हंगामा थमने के बजाय और बढ़ता देख सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई।
चर्चा की मांग पर अड़ा विपक्ष
विपक्षी दलों की मुख्य मांग थी कि ऑपरेशन सिंदूर पर प्रश्नकाल से पहले ही चर्चा कराई जाए। लेकिन स्पीकर ने स्पष्ट किया कि संसद की प्रक्रिया और नियमों के अनुसार ही चर्चा संभव है, जिससे सत्ता और विपक्ष के बीच तनातनी बढ़ गई।
राजनीतिक गर्मी के संकेत
मॉनसून सत्र की यह विस्फोटक शुरुआत आने वाले दिनों की राजनीतिक गर्मी का संकेत देती है। ऑपरेशन सिंदूर, विपक्षी एकता और आगामी चुनावी समीकरणों को लेकर सदन में गतिरोध की संभावना बनी हुई है।
अब देखना होगा कि मंगलवार को सदन की कार्यवाही किस दिशा में जाती है—क्या शांति से चर्चा होगी या फिर एक बार फिर हंगामे के चलते ठप पड़ेगा लोकतंत्र का यह मंदिर।