धनखड़ के इस्तीफे पर गरमाई सियासत : पप्पू यादव बोले - ये सुनियोजित राजनीतिक घटनाक्रम का हिस्सा

  • Post By Admin on Jul 22 2025
धनखड़ के इस्तीफे पर गरमाई सियासत : पप्पू यादव बोले - ये सुनियोजित राजनीतिक घटनाक्रम का हिस्सा

नई दिल्ली : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे ने देश की राजनीति को हिला कर रख दिया है। जहां एक ओर उन्होंने अपने त्यागपत्र में खराब स्वास्थ्य का हवाला दिया, वहीं दूसरी ओर विपक्षी नेताओं ने इसे एक ‘सुनियोजित राजनीतिक घटनाक्रम’ बताया है। सबसे तीखा हमला पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने किया है।

पप्पू यादव ने आरोप लगाया कि धनखड़ का इस्तीफा महज स्वास्थ्य कारणों से नहीं, बल्कि भाजपा और आरएसएस के बीच अंदरूनी टकराव का नतीजा है। उन्होंने कहा, “जब वे सच्चाई और निष्पक्षता की राह पर चले, तो भाजपा को वह रास नहीं आए। धनखड़ जाट समुदाय से आते हैं, स्वाभिमानी हैं, और यह भाजपा नेतृत्व को मंजूर नहीं था। आज उन्होंने आत्मसम्मान के साथ कहा - लो अपना पद, अब हम सच्चाई के रास्ते चलेंगे।”

उन्होंने दावा किया कि यह एक बड़ी राजनीतिक पटकथा का हिस्सा है, जिसमें उपराष्ट्रपति बलि का बकरा बने हैं। पप्पू यादव ने प्रधानमंत्री पर भी निशाना साधते हुए कहा कि जब कोई संवैधानिक पदाधिकारी सवाल उठाता है या स्वतंत्र सोच रखता है, तो उसे किनारे कर दिया जाता है।

इस घटनाक्रम पर राज्यसभा में कांग्रेस सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “यह मेरे लिए चौंकाने वाली और भारतीय लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। प्रधानमंत्री को उन्हें मनाने की कोशिश करनी चाहिए थी।”

हालांकि समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव ने टिप्पणी से बचते हुए केवल इतना कहा कि अगर इस्तीफा स्वास्थ्य कारणों से दिया गया है, तो वह उसका सम्मान करते हैं।

उल्लेखनीय है कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को इस्तीफा सौंपा था। संविधान के अनुच्छेद 67(ए) के तहत उन्होंने अपने पद से त्यागपत्र दिया, जबकि उनके कार्यकाल के अभी दो साल बाकी थे। यह घटनाक्रम संसद के मानसून सत्र के पहले ही दिन हुआ, जिसने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या वाकई यह इस्तीफा केवल स्वास्थ्य कारणों से था, या फिर इसके पीछे कोई बड़ी राजनीतिक उथल-पुथल है – जिसका पर्दाफाश होना अभी बाकी है।