डीप फेक और एआई से बने भ्रामक वीडियो पर तुरंत लगाम लगाएं राजनीतिक दल : चुनाव आयोग
- Post By Admin on Oct 09 2025

नई दिल्ली : बिहार विधानसभा चुनाव और सात राज्यों की आठ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा के बाद आदर्श आचार संहिता लागू होते ही चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को सख्त चेतावनी जारी की है। आयोग ने कहा है कि प्रचार के दौरान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित भ्रामक, झूठे या ‘डीप फेक’ वीडियो का प्रयोग किसी भी रूप में न किया जाए।
आयोग ने स्पष्ट किया कि आदर्श आचार संहिता केवल जमीनी प्रचार तक सीमित नहीं है, बल्कि सोशल मीडिया और ऑनलाइन माध्यमों पर साझा की जा रही सामग्री पर भी समान रूप से लागू होती है।
चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को हिदायत दी है कि किसी भी पार्टी या उम्मीदवार की आलोचना उनकी नीतियों, कार्यों, कार्यक्रमों या पूर्व रिकॉर्ड तक ही सीमित रहे। किसी भी व्यक्ति के निजी जीवन पर टिप्पणी करना पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा।
आयोग ने चिंता जताई कि एआई टूल्स की मदद से भ्रामक और छेड़छाड़ किए गए वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैलाए जा रहे हैं, जो चुनावी माहौल को प्रभावित कर सकते हैं। इस पर रोक लगाने के लिए सभी दलों, उम्मीदवारों और स्टार प्रचारकों को निर्देश दिया गया है कि यदि कोई डिजिटल रूप से बदला गया या एआई-जनरेटेड कंटेंट पोस्ट किया जाए, तो उस पर ‘एआई-जेनरेटेड’, ‘डिजिटली एनहांस्ड’ या ‘सिंथेटिक कंटेंट’ जैसे टैग स्पष्ट रूप से लिखे जाने अनिवार्य होंगे।
आयोग ने बताया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर निगरानी के कड़े इंतजाम किए गए हैं और हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। साथ ही चेतावनी दी गई है कि आदर्श आचार संहिता और संबंधित दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आयोग ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए सभी राजनीतिक दलों को इन नियमों का पालन करना अनिवार्य है।