विधानसभा चुनाव में हमारी लड़ाई एनडीए से है, आरजेडी से नहीं : प्रशांत किशोर

  • Post By Admin on Nov 27 2024
विधानसभा चुनाव में हमारी लड़ाई एनडीए से है, आरजेडी से नहीं : प्रशांत किशोर

पटना : जन सुराज के नेता और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बिहार के उपचुनाव के परिणामों के बाद आगामी विधानसभा चुनाव के संदर्भ में महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी की मुख्य लड़ाई एनडीए से होगी, न कि विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल से।

प्रशांत किशोर ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “हमने पहले भी स्पष्ट किया है कि बिहार की राजनीति में असली मुकाबला एनडीए से है। भाजपा और नीतीश कुमार के नेतृत्व में गठित इस गठबंधन से हमारी लड़ाई है।” उन्होंने कहा कि उनका मुकाबला राजद से नहीं है और इस संबंध में उनके पुराने बयानों को भी देखा जा सकता है। “लोकसभा चुनाव में 176 सीटों पर एनडीए के उम्मीदवार ही आगे थे। अगर लोकसभा चुनाव को विधानसभा चुनाव के नजरिए से देखेंगे, तो भी यही स्थिति सामने आती है,” उन्होंने कहा।

एनडीए की ताकत को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता :
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि बिहार में एनडीए की ताकत को नकारा नहीं किया जा सकता। खासकर भाजपा और नीतीश कुमार के गठबंधन को। “हालांकि नीतीश कुमार की व्यक्तिगत ताकत अब कमजोर हो चुकी है लेकिन भाजपा का संगठन और उसकी जातीय आधार व्यवस्था अब भी मजबूत है। इसके साथ ही बिहार में एक बड़ा वर्ग ऐसा है जो लालू प्रसाद यादव के खिलाफ एनडीए को वोट देता है। यह वर्ग अभी भी भाजपा और नीतीश कुमार को समर्थन देता है, क्योंकि उनका मानना है कि जन सुराज अभी विधानसभा चुनाव जीतने के लिए तैयार नहीं है,”

राजद को लेकर किया तीखा हमला :
प्रशांत किशोर ने राजद पर भी तीखा हमला किया और कहा कि उनकी पार्टी की लड़ाई किसी एक परिवार या एक खास दल से नहीं, बल्कि पूरे राज्य में फैले हुए राजनीतिक समीकरणों से है। उन्होंने कहा, “हमारी लड़ाई सिर्फ एनडीए से है, जो बिहार की राजनीति को नियंत्रित कर रहा है। हम राजद या किसी अन्य दल के खिलाफ कोई विशेष अभियान नहीं चला रहे हैं, क्योंकि हमारी प्राथमिकता इस राज्य में अच्छे गवर्नेंस और विकास के मुद्दों पर केंद्रित है।”

जन सुराज की नई रणनीति पर काम जारी :
प्रशांत किशोर ने कहा कि जन सुराज अब आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अपनी रणनीति पर काम शुरू कर चुका है। उनका उद्देश्य राज्य में प्रभावी और सकारात्मक बदलाव लाना है और इसके लिए उनकी पार्टी प्रत्येक जिले में जन संवाद कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों के बीच अपनी पहुंच बनाने का प्रयास करेगी।

राजनीतिक समीकरणों में बदलाव की संभावना :
प्रशांत किशोर के बयान से यह स्पष्ट है कि वे आगामी विधानसभा चुनाव में एनडीए से मुकाबला करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। उनका यह भी कहना था कि बिहार में एक मजबूत और प्रगतिशील सरकार की आवश्यकता है, जो राज्य के विकास को नई दिशा दे सके। प्रशांत किशोर का यह बयान बिहार की राजनीति में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर नई उम्मीदें और समीकरण पेश कर रहा है, जो चुनावी मुकाबले को और भी दिलचस्प बना सकता है।