नीतीश कुमार का राजद पर प्रहार, कहा-परिवारवाद की राजनीति ने बिहार का विकास रोका
- Post By Admin on Nov 09 2025
सासाराम : बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार के अंतिम दिन रविवार को सभी राजनीतिक दलों ने पूरी ताकत झोंक दी। एक ओर महागठबंधन की रैलियों में तेजस्वी यादव, राहुल गांधी और मुकेश सहनी जनता से रूबरू हुए, तो वहीं एनडीए की ओर से गृहमंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार किया।
रोहतास जिले के विक्रमगंज, नोखा और करगहर में आयोजित जनसभाओं में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने 2005 से बिहार में विकास की नई शुरुआत की, जबकि पहले के शासन में राज्य बदहाली की स्थिति में था। “तब न सड़कें थीं, न कानून-व्यवस्था। लोग शाम होते ही घरों से निकलने से डरते थे,” उन्होंने कहा।
मुख्यमंत्री ने ‘परिवारवाद’ की राजनीति को बिहार के पिछड़ेपन का कारण बताया। उन्होंने कहा, “पहले सत्ता में रहने वालों ने विकास नहीं, सिर्फ अपने परिवार का भला किया। जब मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ा, तो पत्नी को कुर्सी पर बैठा दिया।” उन्होंने कहा कि अब वही लोग फिर से सत्ता में आने का सपना देख रहे हैं, लेकिन बिहार की जनता अब पूरी तरह जागरूक है और जानती है कि किसने विकास किया और किसने सिर्फ नारे दिए।
नीतीश कुमार ने कहा कि एनडीए सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे में सुधार लाकर राज्य को अंधकार से बाहर निकाला। उन्होंने बताया कि 2005 के बाद कानून-व्यवस्था को सुधारना सरकार की पहली प्राथमिकता रही। “हमने अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की, पुलिस की जवाबदेही तय की, और लोगों को भरोसा दिलाया कि अब बिहार में कानून का राज है,” उन्होंने कहा।
मुख्यमंत्री ने जनता से अपील की कि वे “विकसित बिहार” के निर्माण में साझेदार बनें। उन्होंने कहा, “हमने ‘विकास के साथ न्याय’ की नीति पर काम किया है। गरीबों, दलितों, पिछड़ों और महिलाओं को सशक्त बनाया है। पंचायती राज में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया, जिससे वे निर्णय प्रक्रिया का हिस्सा बनीं।”