दिल्ली शराब घोटाले का पैसा गोवा चुनाव में किया इस्तेमाल, ED का दावा

  • Post By Admin on Feb 03 2023
दिल्ली शराब घोटाले का पैसा गोवा चुनाव में किया इस्तेमाल, ED का दावा

दिल्ली :  दिल्ली शराब घोटाले को लेकर ED ने बड़ा दावा किया है. गुरुवार को ईडी की ओर से चार्जशीट पेश की गई. जिसमे दावा किया गया हैं कि आबकारी नीति से कमाए रुपयों के एक हिस्से का इस्तेमाल आम आदमी पार्टी ने गोवा विधानसभा चुनाव में किया था. इस मामले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी आरोपी हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि पुरे कार्यकाल में 5000 चार्जशीट दाखिल की होगी, उसमे से कितनो को सजा हुई. अरविन्द केजरीवाल ने कहा ईडी की चार्जशीट फर्जी है. ईडी का इस्तेमाल सिर्फ सरकारों और विधायकों को तोड़ने के लिए होता है. 

संघीय जांच एजेंसी ने छह जनवरी को एक विशेष अदालत में दायर अपने आरोपपत्र में यह भी आरोप लगाया कि मनीष सिसोदिया उन लोगों में शामिल थे, जो अपनी पहचान छुपाने के लिए दूसरे व्यक्ति के नाम से ख़रीदे गए मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे थे. आरोपपत्र में कहा गया कि " ऐसे उदाहरण हैं जिनमे आरोपी/संदिग्धों ने अन्य व्यक्तियों के नाम पर जारी किये गए सिम कार्ड और अन्य व्यक्ति के नाम से ख़रीदे गए फोन का इस्तेमाल किया गया है ताकि पकडे जाने पर वह यह बहाना बना सके कि या तो सिम कार्ड उनके नाम पर नहीं हैं या फोन उनके द्वारा नहीं ख़रीदे गए है. यह अन्य व्यक्ति के हैं."

दिल्ली की एक अदालत ने गुरुवार की अभियोजन पक्ष की शिकायत पर संज्ञान लिया और आरोपियों को 23 फरवरी को तलब किया. ईडी के मुताबिक AAP के लिए सर्वे टीम में काम करने वाले वॉलेंटियर्स को 70 लाख रूपये का कैश भुगतान किया गया था. जांच एजेंसी ने कहा कि 'आप' कम्युनिकेशन इंचार्ज विजय नायर ने बताया कि कुछ निश्चित लोग इसमें शामिल थे. चार्जशीट में यह भी कहा है कि नायर ने पार्टी के लिए YSRCP सांसद मगुन्टा श्रीनिवासुलु रेड्डी ,उनके बेटे राघव मगुन्टा, अरबिंदो फार्मा के निदेशक पी सरथ चंद्र रेड्डी, तेलंगाना के सीएम केसीआर की बेटी कविता कलवकुंतला के एक समूह से 100 करोड़ रूपये की रिश्वत प्राप्त की.

वहीं मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कहा ' मौजूदा सरकार के कार्यकाल में 5000 आरोपपत्र दायर किये हैं. कितने लोगों को सजा सुनाई गई है? ईडी की ओर से दिए गए सभी दायर फर्जी हैं. उनका उपयोग सरकारों को गिराने या उन्हें बचाने के लिए किया जाता है. ईडी भ्रष्टाचार को ख़त्म करने के लिए मामला दर्ज नहीं करता. वह ऐसा विधायकों को खरीदने, सरकारों को गिराने के लिए करता हैं.