वर्ल्ड स्माइल डे : एक मुस्कान, जो बदल सकती है किसी का दिन और जीवन

  • Post By Admin on Oct 03 2025
वर्ल्ड स्माइल डे : एक मुस्कान, जो बदल सकती है किसी का दिन और जीवन

नई दिल्ली : जीवन की तेज़ रफ्तार और बढ़ते तनाव के बीच मुस्कुराना अब लोगों के लिए मुश्किल होता जा रहा है। कभी ऑफिस का दबाव, कभी घर की जिम्मेदारियां, कभी रिश्तों की उलझन और कभी भविष्य की चिंता—इन सबके बीच हम अक्सर अपनी मुस्कान खो देते हैं। लेकिन एक छोटी सी मुस्कान किसी का दिन बना सकती है और जीवन की दिशा बदल सकती है।

इसी भावना के साथ हर साल अक्टूबर के पहले शुक्रवार को दुनिया भर में वर्ल्ड स्माइल डे मनाया जाता है। इस साल यह दिन 3 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। इसका उद्देश्य है जीवन में सकारात्मकता और खुशियों का जश्न मनाना, खुद मुस्कुराना और दूसरों को भी मुस्कुराने का कारण देना।

वर्ल्ड स्माइल डे की शुरुआत अमेरिकी कलाकार हार्वे बॉल ने की थी। 1963 में उन्होंने मशहूर 'स्माइली फेस' डिजाइन किया, जो आज सोशल मीडिया और विज्ञापनों में आमतौर पर देखा जाता है। हार्वे बॉल ने महसूस किया कि उनके बनाए गए यह मुस्कुराते हुए येलो फेस का सकारात्मक संदेश धीरे-धीरे खो रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने 1999 में पहली बार वर्ल्ड स्माइल डे मनाया। तब से यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर celebrated दिवस बन गया है।

वैज्ञानिक दृष्टि से भी मुस्कुराना बेहद फायदेमंद माना जाता है। मुस्कुराने पर हमारे दिमाग में एंडोर्फिन, सेरोटोनिन और डोपामाइन जैसे हार्मोन रिलीज होते हैं, जो हमें अंदर से खुश और शांत महसूस कराते हैं। मुस्कुराने से न केवल मूड अच्छा होता है बल्कि तनाव, चिंता और डिप्रेशन जैसी समस्याओं में भी राहत मिलती है।

वर्ल्ड स्माइल डे मनाने के कई तरीके हैं। कोई अनजान व्यक्ति को मुस्कुरा सकता है, किसी बुजुर्ग की मदद कर सकता है, जरूरतमंद को खाना खिला सकता है, या किसी दोस्त या सहकर्मी को एक छोटा-सा धन्यवाद कहकर उनका दिन बना सकता है। स्कूलों और संस्थाओं में बच्चों को 'स्माइली बैज' पहनाए जाते हैं, प्रेरक कहानियां सुनाई जाती हैं और दयालुता के छोटे-छोटे कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।

आज के डिजिटल युग में, जब रिश्ते अधिकतर वर्चुअल हो गए हैं, मुस्कान का महत्व और बढ़ गया है। एक इमोजी में भेजी गई मुस्कान भी सामने वाले के चेहरे पर खुशी ला सकती है। लेकिन वर्ल्ड स्माइल डे हमें याद दिलाता है कि असली जिंदगी में भी मुस्कुराना और दूसरों को मुस्कुराने का मौका देना बेहद जरूरी है।