डायरिया उन्मूलन अभियान की तैयारी शुरू, सिविल सर्जन की अध्यक्षता में एक दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न
- Post By Admin on Jul 09 2025

लखीसराय : जिले में आगामी 15 जुलाई से 14 सितंबर 2025 तक चलने वाले डायरिया उन्मूलन अभियान की तैयारी को लेकर मंगलवार को सदर अस्पताल सभागार में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सिविल सर्जन डॉ. बी.पी. सिन्हा ने की।
प्रशिक्षण में सभी प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक एवं बीसीएम मौजूद रहे। इस अवसर पर डॉ. सिन्हा ने बताया कि यह अभियान 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को डायरिया जैसी घातक बीमारी से बचाने के लिए संचालित किया जाएगा।
घर-घर जाकर वितरित होंगे जिंक और ओआरएस
अभियान के तहत आशा कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर बच्चों के परिजनों को डायरिया से बचाव के उपाय बताए जाएंगे और जिंक की 14 गोलियां व ओआरएस का एक पैकेट वितरित किया जाएगा। प्रशिक्षकों ने बताया कि ओआरएस-जिंक वितरण से पूर्व सभी आशा कार्यकर्ताओं को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वितरण के साथ-साथ जागरूकता और देखभाल संबंधी संदेश भी प्रभावी रूप से पहुंचाया जा सके।
जागरूकता से कम होंगी बच्चों की मौतें: सिविल सर्जन
डॉ. बी.पी. सिन्हा ने कहा कि, “डायरिया 5 साल से कम उम्र के बच्चों की मौत का एक प्रमुख कारण है और इससे कुल बाल मृत्यु दर का 5% हिस्सा है। हमारा लक्ष्य है कि इस अभियान से इन मौतों को शून्य तक लाया जाए। इसके लिए अभिभावकों को स्वच्छता, सुरक्षित पेयजल और सही खानपान की जानकारी देना जरूरी है।”
डोज निर्धारण और वितरण की विधि पर भी चर्चा
प्रशिक्षण के दौरान डीसीएम श्री आशुतोष सिंह ने बताया कि:
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0-2 माह के बच्चों को जिंक नहीं देना है,
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2-6 माह के बच्चों को आधी गोली,
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6 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को पूरी एक गोली प्रतिदिन 14 दिनों तक देनी है।
उन्होंने कहा कि आशा कार्यकर्ता हर बच्चे के लिए निर्धारित मात्रा अनुसार वितरण करेंगी और उसके सही उपयोग की विधि भी परिजनों को समझाएंगी।
193,705 बच्चों तक सेवा पहुंचाने का लक्ष्य
लखीसराय जिले में अभियान के तहत 193,705 बच्चों को लक्ष्य में शामिल किया गया है। स्वास्थ्य विभाग का उद्देश्य 100 प्रतिशत कवरेज सुनिश्चित करना है ताकि जिले में डायरिया से होने वाली बाल मृत्यु को प्रभावी रूप से रोका जा सके।
स्वास्थ्य विभाग ने सभी संबंधित पदाधिकारियों और फील्ड वर्कर्स से अपील की है कि वे इस अभियान को गंभीरता से लें और जमीनी स्तर पर इसकी सफलता सुनिश्चित करें।