गैस्ट्राइटिस पर विशेषज्ञ अलर्ट : होम्योपैथिक विशेषज्ञ डॉ. सिंह ने दिए ज़रूरी हेल्थ टिप्स
- Post By Admin on Dec 04 2025
बेंगलुरु : तेजी से बदलती जीवनशैली और अनियमित खान-पान के कारण गैस्ट्राइटिस देश में तेजी से फैलने वाली आम समस्या बन गई है। इसी मुद्दे पर जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से बेंगलुरु सिटी के प्रसिद्ध होम्योपैथिक चिकित्सक एवं क्रॉनिक डिज़ीज़ एंड किडनी स्टोन स्पेशलिस्ट डॉ. अरुण कुमार सिंह ने लोगों को महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं।
डॉ. सिंह के अनुसार, गैस्ट्राइटिस पेट की सुरक्षा करने वाली म्यूकस परत के कमजोर होने से उत्पन्न सूजन है, जो दर्द, जलन, भारीपन और अपच जैसी परेशानियाँ पैदा करती है। वे बताते हैं कि इसका प्रमुख कारण धूम्रपान, शराब का अधिक सेवन, NSAIDs दवाओं का अत्यधिक उपयोग और H. Pylori बैक्टीरिया का संक्रमण है।
“गैस्ट्राइटिस अब बच्चों में भी बढ़ रहा है”— डॉक्टर की चेतावनी
डॉ. सिंह ने बताया कि आज के समय में गैस्ट्राइटिस केवल बड़े लोगों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि बच्चों तक भी इसकी पहुंच बढ़ रही है। उनके मुताबिक पेट के ऊपरी हिस्से में लगातार बना दर्द, उल्टी की समस्या, बेचैनी और अपच इसके आम लक्षण हैं।
जीवनशैली बदलना ही वास्तविक इलाज
डॉ. अरुण कुमार सिंह का कहना है कि हल्का गैस्ट्राइटिस तो जल्द ठीक हो जाता है, लेकिन उपचार नहीं मिलने पर यह सालों तक परेशान कर सकता है। इसके लिए जीवनशैली में बदलाव बेहद ज़रूरी है। उन्होंने निम्नलिखित सावधानियाँ आवश्यक बताई—
- तले हुए, मसालेदार और अत्यधिक नमकीन खाद्य पदार्थों से दूरी
- शराब और कैफ़ीन का सेवन कम करना
- धूम्रपान पूरी तरह बंद करना
- बाहर का भोजन, नॉनवेज, रिच डाइट, ऑयली फूड और लाल मिर्च पाउडर से परहेज
- बच्चों को भी ऐसे खाद्य पदार्थों से बचाना
- दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी पीने की आदत विकसित करना
“थोड़ी सावधानी, बड़े रोग से बचाव”— डॉ. सिंह
चिकित्सक के अनुसार नियमित और हल्का भोजन, समय पर पानी पीना, और पेट पर भार न डालने वाली डाइट अपनाने से गैस्ट्राइटिस जैसी समस्या को गंभीर होने से रोका जा सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति में गैस्ट्राइटिस जैसी गंभीर बीमारी का उपचार संभव है।
उन्होंने लोगों से अपील की कि लक्षण दिखते ही चिकित्सक से सलाह लें और स्वयं-उपचार की प्रवृत्ति से बचें।