शिखर धवन ने बताया आखिर क्यों नहीं चला उनका रिश्ता

  • Post By Admin on Mar 29 2023
शिखर धवन ने बताया आखिर क्यों नहीं चला उनका रिश्ता

दिल्ली:  भारतीय क्रिकेटर शिखर धवन ने अपने शादी नहीं चल पाने पर खुलकर बात की. उन्होंने अपनी गलत बताते हुए युवाओं को रिलेशनशिप की टिप्स भी दी. शिखर धवन ने पहली बार अपनी शादी को लेकर चुप्पी तोड़ी है. आपको बता दें कि साल 2012 में शिखर धवन ने आयशा मुखर्जी के साथ शादी की थी. 2014 में इनका बेटा भी हुआ. लेकिन इनका रिश्ता ज्यादा समय तक नहीं चल सका. दोनों ने 2021 में अलग होने का फैसला लिया. शिखर धवन अपनी पत्नी से अलग होने के दो साल बाद खुलकर इस मामले में बात की है. 

शिखर धवन ने एक इंटरव्यू में बताया कि शादी टूटने का जिम्मेदार कोई और नहीं बल्कि मैं स्वयं हूं. मैंने अपने रिश्ते के रेड फ्लैग्स पर कभी ध्यान नहीं दिया. इसकी वजह यह भी है कि मैं कभी रिलेशनशिप में रहा ही नहीं था. लेकिन जब भी मैं दोबारा शादी करूंगा तो मुझे पता है कि चीजों को कैसे संभालना है. शिखर धवन ने युवाओं को रिलेशनशिप और शादी के टिप्स भी दिए है. आइए आपको बताते है-

रिलेशनशिप में रेड फ्लैग का क्या मतलब होता है- 
रेड फ्लैग उन चीजों का संकेत होता है जो अपने पार्टनर के साथ जीवन बिताने के फैसले को दोबारा सोचने के लिए आगाह करते है. इसका मतलब पार्टनर के टॉक्सिक पर्सनालिटी से होता है. कई बार इसे समय पर समझ पाना मुश्किल होता है. क्योंकि यह पार्टनर की जरुरी बातों को भूलने से लेकर, झगड़ा करने, शक करने, गलतियों की जिम्मेदारी न लेने जैसी आदतों से जुड़ा होता है.

शादी का फैसला इमोशनल होकर कभी न ले-
शिखर धवन ने अपनी शादी नहीं चल पाने पर कहा कि मुझे इस फील्ड का कोई एक्सपीरियंस नहीं था. इसीलिए कभी भी शादी करने का फैसला इमोशनल होकर नहीं करना चाहिए. आजकल के जितने भी युवा रिलेशनशिप में आ रहे है वह सबसे पहले अपने पार्टनर को अच्छे से समझ ले. जान लें की दोनों के संस्कार आपस में मिलते है की नहीं. दोनों एक-दूसरे के साथ टाइम इंजॉय करते है की नहीं.

रिलेशनशिप एक मैच की ही तरह है- शिखर धवन 
शिखर धवन ने कहा कि रिलेशनशिप एक मैच की ही तरह है. जैसे हर कोई मैच में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाता ठीक वैसे ही परफेक्ट लाइफ पार्टनर खोजने में किसी को 4-5 रिलेशनशिप या 8-9 भी लग सकते हैं. इसमें कोई बुराई नहीं है. इससे एक्पीरियंस मिलता है. इसके बाद आप जब भी शादी करते है तो चीजों को बेहतर तरीके से हैंडल कर पाते हैं.