उन्नत नस्ल बकरी पालन प्रशिक्षण के लिए 33 किसान रांची के लिए रवाना

  • Post By Admin on Sep 19 2024
उन्नत नस्ल बकरी पालन प्रशिक्षण के लिए 33 किसान रांची के लिए रवाना

लखीसराय : उन्नत नस्ल की बकरी पालन विधि को समझने और उसे अपनाने के उद्देश्य से लखीसराय के 33 बकरीपालक किसान बुधवार को कांके, रांची के लिए रवाना हुए। ये किसान आत्मा (कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण) द्वारा आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण में शामिल होंगे, जो बिरसा कृषि विश्वविद्यालय, कांके स्थित कॉलेज ऑफ वेटनरी साइंस एंड एनिमल हास्बेंडरी में आयोजित किया जा रहा है।

जिला कृषि पदाधिकारी और आत्मा के प्रभारी परियोजना निदेशक सुबोध कुमार सुधांशु ने जानकारी दी कि यह प्रशिक्षण 18 से 20 सितंबर तक चलेगा, जिसका उद्देश्य किसानों को उन्नत नस्ल की बकरी पालन तकनीक से अवगत कराना है। इस योजना के तहत आत्मा लखीसराय के विभिन्न प्रखंडों से बकरी पालन से जुड़े किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है। 

सुधांशु ने बताया कि इस प्रशिक्षण का लक्ष्य किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। आत्मा ने अन्य विभागों के साथ मिलकर उन्नत कृषि, नगदी फसलों का उत्पादन, फल और सब्जियों को उद्योगों से जोड़ने, और किसानी कार्य में दक्षता बढ़ाने के लिए विभिन्न योजनाओं पर काम किया है। बकरी पालन से जुड़े गरीब किसानों के लिए यह प्रशिक्षण विशेष रूप से लाभकारी सिद्ध होगा, क्योंकि इसमें उन्हें उन्नत नस्ल की बकरियों की देखभाल और पालन-पोषण की तकनीक सिखाई जाएगी।

इस प्रशिक्षण के लिए जिले के 30 बकरीपालक किसानों का चयन किया गया है। इनके साथ प्रखंड तकनीकी प्रबंधक रामगढ़ चैक राजीव कुमार राय और सदर प्रखंड तकनीकी प्रबंधक सुभाष कुमार भी गए हैं। मुख्य रूप से रामगढ़ चौक  के कुमोद रंजन, अमित कुमार, शिवदानी प्रसाद, सुरारी गांव के रामाशीष कुमार और पिपरिया प्रखंड के राजाराम सहित अन्य किसान इस दल में शामिल हैं।  

आत्मा द्वारा इस योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2024-25 में आवश्यक धनराशि निर्गत की गई है। साथ ही, किसानों के आने-जाने के लिए रेल मार्ग द्वारा आरक्षित बोगी की व्यवस्था भी की गई है। 20 सितंबर को ये किसान पाटलिपुत्र ट्रेन से वापस लखीसराय लौटेंगे।