आरडीएस कॉलेज में इंडस्ट्रियल केमिस्ट्री में करियर की नई संभावनाएं
- Post By Admin on Jun 25 2024

मुजफ्फरपुर : आरडीएस कॉलेज के रसायन शास्त्र विभाग में संचालित बीएससी इंडस्ट्रियल केमिस्ट्री कोर्स छात्रों के लिए एक उभरता हुआ करियर विकल्प बन चुका है। यह कोर्स 2002 से चल रहा है और इसके स्नातक देशभर में अपनी सफलता की कहानियां लिख रहे हैं।
कोर्स समन्वयक डॉ. राजेश कुमार ने जानकारी दी कि इस तीन वर्षीय स्नातक कार्यक्रम ने छात्रों के लिए अनेक पेशेवर रास्ते खोल दिए हैं। उन्होंने बताया, "यहां के छात्र विश्लेषणात्मक रसायनज्ञ, बायोमेडिकल रसायनज्ञ, गुणवत्ता नियंत्रक, सुरक्षा स्वास्थ्य और पर्यावरण विशेषज्ञ, रासायनिक इंजीनियरिंग सहयोगी, अनुसंधान वैज्ञानिक एवं प्रयोगशाला रसायनज्ञ के रूप में करियर बना सकते हैं। वर्तमान में इस कोर्स की मांग काफी बढ़ गई है और हमारे छात्रों का शत प्रतिशत प्लेसमेंट होता है।"
रसायन शास्त्र विभाग के अध्यक्ष डॉ. रामकुमार ने बताया, "यह कोर्स उन छात्रों के लिए है जिन्होंने 12वीं कक्षा विज्ञान स्ट्रीम में बायोलॉजी या मैथ से पढ़ाई की है और केमिस्ट्री विषय में कम से कम 45 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। यह कोर्स छात्रों के लिए अनेक करियर संभावनाओं का द्वार खोलता है।"
प्राचार्य डॉ. अनिता सिंह ने कोर्स की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए कहा, "आरडीएस कॉलेज में चल रहा इंडस्ट्रियल केमिस्ट्री कोर्स छात्रों के करियर के लिए अत्यंत लाभदायक साबित हो रहा है। हमारे संस्थान की बेहतर पढ़ाई और अत्याधुनिक प्रयोगशाला की सुविधाएं छात्रों के सैद्धांतिक और व्यवहारिक ज्ञान को समृद्ध कर रही हैं।"
उन्होंने आगे बताया कि यहां के छात्रों को देश की प्रतिष्ठित मेडिसिन और केमिकल कंपनियों में उच्च वेतन पर नौकरी मिल रही है, जो इस कोर्स की गुणवत्ता और महत्व को दर्शाता है।
आरडीएस कॉलेज के छात्र देशभर में उच्चतम वेतनमान पर नियुक्ति प्राप्त कर रहे हैं, और उनकी सफलता से अन्य छात्रों को प्रेरणा मिल रही है। इंडस्ट्रियल केमिस्ट्री में बीएससी करने वाले छात्रों के लिए करियर के असीम अवसर उपलब्ध हैं, और कॉलेज का मजबूत शैक्षिक ढांचा इस सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
इस प्रकार, आरडीएस कॉलेज का इंडस्ट्रियल केमिस्ट्री कोर्स छात्रों के लिए न केवल एक मजबूत शैक्षिक आधार प्रदान कर रहा है, बल्कि उन्हें भविष्य के लिए एक स्थिर और आकर्षक करियर बनाने में भी मदद कर रहा है।