जीआईएमएस, ग्रेटर नोएडा के छात्रों का दुबई में सर्टिफिकेशन कोर्स का आयोजन

  • Post By Admin on Sep 28 2023
जीआईएमएस, ग्रेटर नोएडा के छात्रों का दुबई में सर्टिफिकेशन कोर्स का आयोजन

ग्रेटर नोएडा : नॉलेज पार्क में स्थित जीएनआईओटी प्रबंधन अध्ययन संस्थान ने अंतर्राष्ट्रीय एक्सचेंज प्रोग्राम IAIIP-23 के अंतर्गत दुबई में गए छात्रों और शिक्षकों के लिए सर्टिफिकेशन कोर्स का आयोजन किया। आईआईपी 2023 दुबई के पांच दिन के इस एक्सचेंज श्रृंखला के प्रथम दिन, सदस्यों ने दुबई के विभिन्न अत्यंत महत्वपूर्ण स्थलों का भ्रमण किया, जैसे कि दुबई शहर, शारजाह, और अन्य दर्शनीय स्थल। इस दौरान, सदस्यों ने "मीना बाजार" को भी दर्शन किया और यह जानने का प्रयास किया कि विभिन्न बाजारों में भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के ग्राहकों की मानसिकता में क्या आत्मिकता है और उनमें क्या समानता और विभिन्नता है। यहां तक कि उन्होंने इस नए बाजार के परिवेश को विस्तार से अध्ययन किया, ताकि इसका मूल समझ सकें और उसके असर को अपने देश की अर्थव्यवस्था में एक तुलनात्मक दृष्टिकोण से देख सकें।

संस्थान के निदेशक डॉक्टर भूपेंद्र कुमार सोम ने छात्रों से उत्सुकता और कौतूहल के बारे में बात की और उन्हें यह सिखाया कि उत्सुकता नई सोच और नए कार्यों की शुरुआत करने में कैसे मदद करती है। वह बताए कि उत्सुकता नए प्रयासों को जन्म देती है और इससे विश्व में नए उत्कृष्टि की ओर कदम बढ़ता है।

इस अध्ययन का मुख्य उद्देश्य छात्रों के बीच में इस नए बाजार के परिवेश को समझना था, ताकि इस सर्टिफिकेशन प्रोग्राम में तत्कालीन अर्थव्यवस्था और उनके राष्ट्र की अर्थव्यवस्था के बीच एक तुलनात्मक अध्ययन कर सकें, जिससे कि विभिन्न अर्थव्यवस्थाएं अपनी देश के व्यवस्थाओं के अनुसार प्रतिपादित हो सकें।

आईआईपी 2023 दुबई में दूसरे दिन, छात्रों को सर्टिफिकेशन प्रोग्राम के दौरान फाइनेंशियल मैनेजमेंट और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के विषय पर सर्टिफिकेशन कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। डॉक्टर रजनी रामदास ने छात्रों को यूनिवर्सिटी कैंपस को अपना नया परिवार मानने का आग्रह किया और उन्हें समझाया कि यूनिवर्सिटी के सभी व्यवस्थाएं छात्रों के लिए हैं, इसलिए छात्रों को इन व्यवस्थाओं का उपयोग करने के लिए पूरी ईमानदारी से करना चाहिए, ताकि उनकी ज्ञान प्राप्ति में कोई भी बाधा न हो। उन्होंने छात्रों से उनके जीवन शिक्षा और कार्य के मामले पर विस्तार से चर्चा की और बताया कि आज के विषय वस्तु ब्लॉकचेन को कैसे एक विषय और एक करियर के रूप में चुना जा सकता है।

शुरुआत में, सभी छात्रों से फाइनेंस जगत के विभिन्न प्रश्नों को रखते हुए उन्होंने छात्रों के बीच व्याप्त वर्तमान स्थिति और उनकी अपेक्षाओं को समझाया, ताकि जब यह सर्टिफिकेशन विद्यार्थीयों को निर्गत किया जाए, तो छात्रों में समझ और विषय के प्रति परिपक्वता विकसित हो। उन्होंने यह भी बताया कि आज के बदलते आर्थिक और तकनीकी परिवेश में नई तकनीक का आगमन कैसे पुरानी प्रक्रियाओं के निष्पादन का प्रतिनिधित्व कर सकता है, लेकिन यह निष्पादन बेहतरीन परिणाम की ओर नहीं जाता है।

उन्होंने ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के मूल सिद्धांतों के साथ ही "मनी" की परिभाषा को भी साझा किया और बताया कि विभिन्न विषयों के बीच इन मौलिक सिद्धांतों का मिश्रण कैसे आज के वित्तीय और आर्थिक दुनिया में किस तरीके के बदलाव का सूचक हो सकता है।

इन विषयों पर चर्चा करने के बाद, सिद्धांतों को स्थापित करते हुए, वे छात्रों को फाइनेंशियल इनोवेशन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डिजिटल पेमेंट्स और विभिन्न विषयों पर विचार करने के लिए प्रोजेक्ट्स और अन्य क्रियाओं के माध्यम से विस्तार से चर्चा कराईं।

वहीं, दूसरे सत्र में जीआईएमएस, ग्रेटर नोएडा की प्राचार्य डॉक्टर रुचि रायत द्वारा यूनिवर्सिटी में अध्यनरत छात्रों के लिए एक लीडरशिप और इमोशनल इंटेलिजेंस कार्यक्रम आयोजित किया गया। डॉक्टर रायत ने छात्रों को बताया कि आज के परिवेश में लीडरशिप का महत्वपूर्ण होने के साथ-साथ उनके प्रगति के मार्ग पर प्रभाव डालने में भी इमोशनल इंटेलिजेंस कितना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कुशल नेतृत्व की विशेषताओं के बारे में और भी कई मामलों के माध्यम से छात्रों को यह समझाया कि लीडरशिप की विशेषताएं और आवश्यकताएं क्या-क्या हैं।

डॉक्टर शालिनी शर्मा ने "सुनने की शक्ति: डीईआईबी और संचार में विरोधाभासी नेतृत्व" विषय पर अपने विचार रखते हुए छात्रों को सुनने के मौके का महत्व बताया और उन्हें यह समझाया कि सुनने की क्षमता कितनी महत्वपूर्ण है। सुनने की क्षमता सिर्फ अच्छे नेतृत्व के लिए ही आवश्यक नहीं है, बल्कि यह विभिन्नताओं को समरसता में स्थापित करने के लिए भी महत्वपूर्ण है।

इन सभी सर्टिफिकेट प्रोग्राम के अंत में डेजर्ट सफारी का आयोजन किया गया था, जिसमें सभी छात्र विभिन्न समूहों के साथ लैंड रोवर गाड़ियों में डेजर्ट सफारी के लिए यूनिवर्सिटी कैंपस से ही रवाना किए गए। डेजर्ट सफारी दुबई की अपनी ख़ास पहचान रखती है और छात्रों ने इस अनूठे अनुभव का आनंद उठाया। सफारी के दौरान, वे डिजर्ट के सौंदर्य का आनंद लिया और यह दुबई के प्राचीन "मीना बाजार" को भी देखा, साथ ही इसके माध्यम से भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में ग्राहकों की मानसिकता और व्यवसायिक मानसिकता की तुलना करने का प्रयास किया।

इस सभी सर्टिफिकेट प्रोग्राम के आयोजन के साथ-साथ, छात्रों को अल्पकालिक आर्थिक और संवित्तीय परिवेश में बदलाव के साथ ही बीटे साल के आर्थिक मामलों की समझ में मदद मिली और वे अपने अध्ययन के लिए एक बेहतर संवित्तीय दृष्टिकोण विकसित कर सके। इसके अलावा, इस प्रोग्राम ने उन्हें विभिन्न विषयों पर विचार करने का मौका भी दिया, जिससे कि वे अपने विकल्पों को बेहतर ढंग से समझ सकें और अपने करियर की दिशा में सावधानीपूर्वक और सही तरीके से बढ़ सकें।"