पाकिस्तानी नागरिक के खातों में 50 करोड़ का लेनदेन, नकली दस्तावेज़ रैकेट से सुरक्षा पर खतरा
- Post By Admin on May 14 2025

कोलकाता : पश्चिम बंगाल में फर्जी पासपोर्ट मामले में गिरफ्तार पाकिस्तानी नागरिक आज़ाद मल्लिक उर्फ़ आज़ाद हुसैन से पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अनुसार, आज़ाद और उसके सहयोगियों के खातों से पिछले 2-3 वर्षों में लगभग 50 करोड़ रुपए का नकद लेनदेन हुआ है। यह मामला अब राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गया है।
ईडी ने अदालत में पेशी के दौरान बताया कि आज़ाद केवल फर्जी पासपोर्ट ही नहीं, बल्कि यूरोप के कई देशों के नकली वीजा भी तैयार करता था। उसके नेटवर्क के जरिए पाकिस्तान के कई नागरिकों को फर्जी दस्तावेज़ों के आधार पर यूरोपीय देशों में भेजा गया। इसके अलावा दुबई, कम्बोडिया और मलेशिया के लिए भी फर्जी वीजा तैयार किए गए हैं। एजेंसियां यह भी जांच कर रही हैं कि कहीं आतंकवादी तत्वों ने भी इन फर्जी दस्तावेज़ों का इस्तेमाल तो नहीं किया।
जांच के दौरान आज़ाद से दो अलग-अलग मतदाता पहचान पत्र भी बरामद हुए हैं—एक नैहाटी विधानसभा क्षेत्र से और दूसरा राजारहाट-गोपालपुर क्षेत्र से। ईडी अब यह पता लगाने में जुटी है कि उसे ये दस्तावेज़ कैसे मिले और इसमें किन लोगों ने उसकी मदद की।
इससे पहले, आज़ाद को बांग्लादेशी नागरिक माना जा रहा था, लेकिन उत्तर 24 परगना के बिराटी इलाके में उसके घर की तलाशी में पाकिस्तान का ड्राइविंग लाइसेंस मिला, जिसमें उसका नाम आज़ाद हुसैन दर्ज था। इसके बाद ईडी ने पुष्टि की कि वह पाकिस्तानी नागरिक है और उसका सीधा संबंध पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से हो सकता है।
एजेंसी को संदेह है कि आज़ाद अब तक 200 से अधिक भारतीय फर्जी पहचान पत्र तैयार कर चुका है, जिनका उपयोग नकली पासपोर्ट बनाने में हुआ है। यह संख्या 500 तक पहुंच सकती है। फिलहाल, पाक नागरिक आज़ाद जांच एजेंसियों के निशाने पर है और उस पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।