कोच्चि तट पर डूबा लाइबेरियाई कंटेनर जहाज, हाई अलर्ट पर भारतीय तटरक्षक बल
- Post By Admin on May 25 2025
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नई दिल्ली : केरल के कोच्चि तट से सटे समुद्री क्षेत्र में रविवार सुबह एक बड़ा समुद्री हादसा टल गया। लाइबेरिया के कंटेनर जहाज एमएससी एल्सा 3 (IMO नंबर 9123221) के डूबने के बाद भारतीय तटरक्षक बल (ICG) ने मुस्तैदी दिखाते हुए सभी 24 चालक दल के सदस्यों को सुरक्षित बचा लिया। हादसे के बाद कोच्चि तट पर हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
सूत्रों के मुताबिक, 24 मई को दोपहर 1:25 बजे कंटेनर जहाज से खतरे की सूचना मिली थी, जब यह कोच्चि से 38 नॉटिकल मील की दूरी पर था। जहाज 26 डिग्री झुक चुका था और डूबने की कगार पर था। शिपिंग कंपनी द्वारा संपर्क टूट जाने के बाद ICG को सूचना दी गई।
तुरंत हरकत में आए तटरक्षक बल ने कोच्चि समुद्री बचाव उप-केंद्र से एक डोर्नियर विमान भेजा, जिसने हवाई निगरानी कर संकटग्रस्त जहाज की पहचान की। दो लाइफ राफ्ट में फंसे लोगों को देखा गया, जिनमें क्रमशः पांच और चार नाविक सवार थे। इसके बाद हवा से अतिरिक्त लाइफ राफ्ट गिराए गए और बचाव कार्य शुरू हुआ।
INS सुजाता और आईसीजी जहाज अर्नवेश के अलावा व्यावसायिक पोत एमवी हान यी ने भी अभियान में भाग लिया। INS सुजाता ने तीन नाविकों को बचाया, वहीं ICG ने 21 अन्य को सुरक्षित निकाल लिया। चालक दल में एक रूसी कप्तान, दो यूक्रेनी, एक जॉर्जियाई और 20 फिलीपीन नागरिक शामिल थे।
डूबने वाला जहाज विशाखापत्तनम बंदरगाह से कोच्चि के लिए रवाना हुआ था। इसमें 640 कंटेनर लदे थे, जिनमें से 13 में खतरनाक रसायन, 12 में कैल्शियम कार्बाइड, 84.44 मीट्रिक टन डीजल और 367.1 मीट्रिक टन फर्नेस ऑयल मौजूद था। जहाज के डूबने से पर्यावरण पर खतरे की आशंका गहरा गई है।
आईसीजी ने अपने प्रदूषण नियंत्रण पोत 'सक्षम' को घटनास्थल पर रवाना किया है और तेल रिसाव की निगरानी के लिए उन्नत तकनीक से लैस विमानों की मदद ली जा रही है। फिलहाल किसी बड़े रिसाव की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन केरल की पर्यावरणीय रूप से संवेदनशील तटरेखा को देखते हुए सतत निगरानी जारी है।
भारतीय तटरक्षक बल ने कहा है कि जहाज के डूबने की वजह, पर्यावरणीय प्रभाव और समुद्री यातायात पर असर की विस्तृत जांच की जा रही है।