जावेद अख्तर ने उर्दू को बताया हिंदुस्तान की राष्ट्रभाषा

  • Post By Admin on Mar 14 2023
जावेद अख्तर ने उर्दू को बताया हिंदुस्तान की राष्ट्रभाषा

मुंबई :  बॉलीवुड के फेमस लिरिसिस्ट जावेद अख्तर ने हाल ही में अपनी पत्नी शबाना आजमी के साथ शायराना सरताज नाम की एक उर्दू शायरी एल्बम लॉन्च की थी. इस दौरान जावेद अख्तर ने उर्दू भाषा के महत्व को समझाया है. साथ ही इसकी प्रमुखता और विकास में पंजाब की भूमिका की बात की. जावेद खतर ने इस इवेंट में कहा कि उर्दू पाकिस्तान या मिस्त्र की भाषा नहीं है. यह हिंदुस्तान की भाषा है. उन्होंने पजांब से लगभग विलुप्त हो चुकी उर्दू भाषा की कविताओं की बात की. जावेद अख्तर ने इवेंट में कहा कि " उर्दू भाषा किसी और जगह से नहीं आई है. यह हमारी अपनी भाषा है. यह उर्दू भाषा हिंदुस्तान के बाहर नहीं बोली जाती है. पाकिस्तान भी भारत से अलग होने के बाद आया. पहले यह सिर्फ भारत का ही हिस्सा थी. इसीलिए उर्दू भाषा हिंदुस्तान के बाहर नहीं बोली जाती है ". 

जावेद अख्तर ने कहा कि " पजांब का उर्दू के प्रति बड़ा योगदान है. और यह भारत की ही भाषा है. लेकिन आपने यह भाषा क्यों छोड़ी? विभाजन के कारण? पाकिस्तान की वजह से? उर्दू पर हमें ध्यान देना चाहिए. पाकिस्तान बाद में हिन्दुस्तान से अलग हुआ है. पहले हिंदुस्तान ही था. पाकिस्तान ने अब कहा कि कश्मीर हमारा है. तो आप क्या मानेंगे? मुझे नहीं लगता. इसी तरह उर्दू एक हिंदुस्तानी भाषा है और यह बनी हुई है. हमारे देश की नई युवा पीढ़ी आजकल उर्दू और हिंदी कम बोलते है. आज ज्यादा फोकस अंग्रेजी पर है. हम सभी को हिंदी में बात करनी चाहिए. क्योंकि यह हमारी राष्ट्र भाषा है. 

आपको बता दें कि जावेद अख्तर पिछले महीनें लाहौर गए थे. जावेद अख्तर फैज अहमद की याद में लाहौर में एक आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गए थे. इस दौरान जावेद ने भारत और पाकिस्तान के रिश्तों के बारे में बात की. उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था. जावेद अख्तर ने कहा था की " मुझे कहने में कोई संकोच नहीं होगा कि हमने अपने देश में नुसरत फतेह अली खान साहब और मेहंदी हसन साहब के इतने भव्य समारोह आयोजित किए हैं. लेकिन आप लता मंगेशकर का एक भी कार्यक्रम आयोजित नहीं कर सकें".