हिंदू समाज को आत्मरक्षा के लिए शस्त्र और वंश वृद्धि पर ध्यान देना होगा: राजा भैया

  • Post By Admin on Jan 17 2025
हिंदू समाज को आत्मरक्षा के लिए शस्त्र और वंश वृद्धि पर ध्यान देना होगा: राजा भैया

प्रयागराज: कुंडा के विधायक और जनसत्ता दल के प्रमुख राजा भैया ने महाकुंभ में दिए अपने बयान से एक नई बहस छेड़ दी है। उन्होंने हिंदू समाज की वर्तमान स्थिति और चुनौतियों पर खुलकर बात की। दिव्य प्रेम सेवा मिशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में राजा भैया ने हिंदू समाज की कमजोरियों पर प्रकाश डालते हुए आत्मरक्षा और संगठित होने की जरूरत पर जोर दिया।

"शास्त्र नहीं, शस्त्र से होती है रक्षा"

राजा भैया ने कहा कि संस्कृतियों की रक्षा केवल शास्त्रों से नहीं हो सकती। शस्त्रों की आवश्यकता हमेशा से रही है। उन्होंने ऐतिहासिक उदाहरण देते हुए कहा कि तक्षशिला और नालंदा जैसे महान संस्थानों को लुटेरों ने नष्ट कर दिया। महीनों तक नालंदा में पुस्तकें जलती रहीं। भगवान राम और अन्य देवी-देवताओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि वे हमेशा शस्त्र धारण करते थे। "हनुमान जी के हाथ से गदा नहीं छूटी और शिवजी के हाथ में त्रिशूल हमेशा रहता है।"

उन्होंने कहा कि आज हिंदू समाज वंश वृद्धि और शस्त्र संचय दोनों में पीछे है। यह स्थिति खतरनाक हो सकती है। "हम ना वंश बढ़ा रहे हैं और ना ही अपनी सुरक्षा के लिए तैयार हैं। अगर यही स्थिति रही, तो आधे हिंदू एक झटके में खत्म हो सकते हैं।"

धर्म पर हमले और हिंदुओं की सहिष्णुता

राजा भैया ने कहा कि हिंदू समाज ने हमेशा दूसरों को अपनाया है। भारत ने मुसलमानों, यहूदियों और तिब्बतियों को शरण दी, लेकिन यह कभी शर्त नहीं रखी कि धर्म बदलना होगा। उन्होंने कहा, "समस्या तब शुरू होती है जब कोई कहता है कि केवल मेरे ईश्वर को मानो, वरना मारे जाओगे।"

उन्होंने यह भी कहा कि धर्म के नाम पर सबसे ज्यादा लूट, बलात्कार और हत्याएं हिंदुओं के साथ हुई हैं। "हमने शस्त्र छोड़े और जातियों में बंटकर कमजोर हो गए।"

"सनातन से पहले कुछ नहीं था"

महाकुंभ में राजा भैया ने सनातन धर्म की महिमा का बखान किया। उन्होंने कहा कि यह धर्म सबसे प्राचीन है और देवताओं ने इसमें अवतार लिए। उन्होंने कुंभ को केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि समाज के कल्याण के लिए एक मंच बताया।

उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने हिन्दवी स्वराज्य की स्थापना कर एक मिसाल पेश की। "आज हमें उनसे प्रेरणा लेने की जरूरत है।"

इस्लाम से सीखने की बात

अपने बयान में राजा भैया ने इस्लाम से सीखने की बात भी कही। उन्होंने कहा, "मुस्लिम समाज अपनी मस्जिदों में बैठकर अपने धर्म के विस्तार के लिए सोचता है। हमें भी अपने धर्म के प्रति उतनी ही तत्परता रखनी चाहिए।"

उन्होंने इजरायल का उदाहरण देते हुए कहा कि वह अपने अस्तित्व को केवल शस्त्र बल के कारण बचाए हुए है। "भारत की सेना देश को सुरक्षित रखती है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि सुरक्षा के लिए शस्त्र जरूरी हैं।"

इतिहास से सबक लेने की अपील

राजा भैया ने नागा साधुओं का उदाहरण देते हुए कहा कि जब औरंगजेब ने काशी विश्वनाथ मंदिर पर हमला किया, तो नागा साधुओं ने उसका डटकर मुकाबला किया। हालांकि, पांच साल बाद मंदिर तोड़ दिया गया। उन्होंने कहा कि यह इतिहास हमें सिखाता है कि आत्मरक्षा के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए।