ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट का उद्घाटन, सीएम योगी बोले - आतंकवाद का पूरी तरह खात्मा ही एकमात्र समाधान
- Post By Admin on May 11 2025

लखनऊ : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को वर्चुअल माध्यम से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अत्याधुनिक ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल उत्पादन यूनिट का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक समेत कई प्रमुख नेता उपस्थित रहे।
इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा, "आतंकवाद को कुचलना ही इसका स्थायी समाधान है। आपने 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान ब्रह्मोस मिसाइल की शक्ति देखी होगी। अगर नहीं देखी तो पाकिस्तान से पूछ सकते हैं कि इसकी ताकत कैसी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट किया है कि आतंकवाद की हर कार्रवाई को युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा। हमें पीएम मोदी के नेतृत्व में एकजुट होकर आतंकवाद को उसी की भाषा में जवाब देना होगा।"
ब्रह्मोस उत्पादन यूनिट की विशेषताएं
इस नई यूनिट में हर साल 80 से 100 ब्रह्मोस मिसाइलों का उत्पादन किया जाएगा, जिसकी मारक क्षमता 290 से 400 किलोमीटर तक है और यह 2.8 मैक (ध्वनि की गति से लगभग तीन गुना तेज) की रफ्तार से सटीक हमला कर सकती है। यह मिसाइल भारत के डीआरडीओ और रूस के एनपीओ मशीनोस्ट्रोयेनिया के संयुक्त उपक्रम, ब्रह्मोस एयरोस्पेस द्वारा विकसित की गई है। इसे जमीन, समुद्र या हवा से लॉन्च किया जा सकता है और यह फायर एंड फॉरगेट सिस्टम पर आधारित है।
इसके अलावा, यूनिट में हर वर्ष 100 से 150 अगली पीढ़ी की ब्रह्मोस मिसाइलें भी निर्मित की जाएंगी, जो एक वर्ष के भीतर डिलीवरी के लिए तैयार होंगी। इन नई पीढ़ी की मिसाइलों का वजन 2,900 किलोग्राम से घटाकर 1,290 किलोग्राम कर दिया गया है, जिससे सुखोई जैसे लड़ाकू विमान अब एक के बजाय तीन मिसाइलें ले जा सकेंगे।
रक्षा औद्योगिक गलियारे का हिस्सा
यह यूनिट 300 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुई है और 2018 में पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारे का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसका शिलान्यास 2021 में किया गया था और उत्तर प्रदेश सरकार ने इसके लिए 80 हेक्टेयर भूमि उपलब्ध करवाई थी। मात्र साढ़े तीन साल में तैयार हुई यह यूनिट देश की रक्षा उत्पादन क्षमता को बड़ा बढ़ावा देगी।
रक्षा उत्पादन में बढ़ते कदम
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश देश का दूसरा राज्य है, जिसने तमिलनाडु के बाद एक समर्पित रक्षा गलियारा स्थापित किया है। इस गलियारे में लखनऊ, कानपुर, अलीगढ़, आगरा, झांसी और चित्रकूट समेत कुल छह नोड्स शामिल हैं, जिनका लक्ष्य बड़े रक्षा निवेश को आकर्षित करना और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करना है।