ऑनलाइन धोखाधड़ी पर लगेगी लगाम, सुरक्षा कवच से डिजिटल पेमेंट होगा और भी सुरक्षित
- Post By Admin on May 25 2025

नई दिल्ली : डिजिटल युग में जहां टेक्नोलॉजी ने जीवन को आसान बनाया है, वहीं ऑनलाइन धोखाधड़ी के खतरे भी तेजी से बढ़े हैं। लेकिन अब डिजिटल पेमेंट यूजर्स के लिए राहत भरी खबर है। सरकार ने साइबर फ्रॉड पर लगाम लगाने के लिए एक नया तकनीकी कदम उठाया है, जिससे ऑनलाइन लेनदेन अब और भी ज्यादा सुरक्षित हो जाएगा।
'फाइनेंशियल फ्रॉड रिस्क इंडिकेटर' देगा अलर्ट
डिजिटल पेमेंट को सुरक्षित बनाने के लिए टेलीकॉम विभाग ने 'फाइनेंशियल फ्रॉड रिस्क इंडिकेटर' नामक एक नया टूल लॉन्च किया है। यह टूल उन मोबाइल नंबरों की पहचान करेगा, जो किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी में शामिल हो सकते हैं या पहले से संदिग्ध गतिविधियों से जुड़े रहे हैं।
जैसे ही कोई संदिग्ध मोबाइल नंबर किसी ऑनलाइन ट्रांजैक्शन में शामिल होता है, यह टूल तुरंत बैंकों और नॉन-बैंकिंग वित्तीय प्लेटफॉर्म्स को अलर्ट करेगा। इसके जरिए साइबर अपराधियों की पहचान कर उन्हें ब्लॉक करना आसान हो जाएगा, जिससे यूजर्स के साथ फ्रॉड की संभावना न्यूनतम हो जाएगी।
बैंक और यूपीआई ऐप्स – दोनों होंगे कवर
इस टूल की खास बात यह है कि यह सिर्फ पारंपरिक बैंकों के लिए ही नहीं, बल्कि UPI और डिजिटल वॉलेट्स जैसे प्लेटफॉर्म्स के लिए भी प्रभावी होगा। जिन मोबाइल नंबरों का KYC अधूरा होगा या जो किसी साइबर अपराध में लिप्त पाए गए हैं, उन पर भी यह टूल खास नजर रखेगा।
डिजिटल भरोसे को मिलेगा नया आयाम
सरकार और टेलीकॉम कंपनियों की इस साझा पहल से उम्मीद की जा रही है कि डिजिटल भुगतान को लेकर लोगों का विश्वास और मजबूत होगा। विशेषज्ञों के अनुसार, यह टूल देश में डिजिटल इकॉनमी को सुरक्षित और विश्वसनीय बनाने की दिशा में एक अहम मील का पत्थर साबित हो सकता है।
डिजिटल फ्रॉड के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह कदम न सिर्फ तकनीकी दृष्टिकोण से अहम है, बल्कि आम जनता की आर्थिक सुरक्षा के लिहाज से भी बेहद जरूरी साबित हो रहा है।