अब महज 10-15 सेकंड में होगा यूपीआई ट्रांजैक्शन, NPCI का नया नियम लागू

  • Post By Admin on Jun 18 2025
अब महज 10-15 सेकंड में होगा यूपीआई ट्रांजैक्शन, NPCI का नया नियम लागू

नई दिल्ली : यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) यूजर्स के लिए राहत भरी खबर है। अब डिजिटल भुगतान पहले से भी तेज हो जाएगा। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने यूपीआई लेनदेन को और तेज़ और सुरक्षित बनाने के लिए बड़ा बदलाव किया है। सोमवार से लागू नए नियम के अनुसार, अब यूपीआई ट्रांजेक्शन के दौरान एड्रेस वेरिफिकेशन सिर्फ 10 से 15 सेकंड में पूरा हो जाएगा, जो पहले 30 सेकंड तक लग सकता था।

NPCI द्वारा जारी सर्कुलर के अनुसार, मनी ट्रांसफर, स्टेटस चेक और रिवर्सल जैसे सभी लेनदेन अब 15 सेकंड के भीतर पूरे होंगे। इससे न केवल ग्राहक अनुभव बेहतर होगा, बल्कि यूपीआई की विश्वसनीयता और स्पीड को भी एक नई ऊंचाई मिलेगी।

NPCI ने एक और बड़ा निर्णय लेते हुए संकेत दिए हैं कि जल्द ही यूपीआई अकाउंट में बैलेंस चेक करने की सीमा तय की जाएगी। वर्तमान में ग्राहक अपने खाते का बैलेंस अनगिनत बार चेक कर सकते हैं, लेकिन नए नियम लागू होने के बाद यह सीमा दिन में अधिकतम 50 बार तक सीमित की जा सकती है। इसका उद्देश्य सिस्टम पर अनावश्यक लोड को कम करना और दक्षता बढ़ाना है।

मई 2025 में यूपीआई के माध्यम से कुल 1,868 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए, जिसकी कुल वैल्यू 25.14 लाख करोड़ रुपए थी। यह पिछले वर्ष की तुलना में 33% की वृद्धि है। ऐसे में, गलत लाभार्थी को पैसा भेजने की आशंका को खत्म करने के लिए NPCI ने नया निर्देश जारी किया है कि यूपीआई इंटरफेस पर केवल अंतिम लाभार्थी का नाम ही दिखाई देगा। इससे ट्रांजेक्शन की पारदर्शिता और सुरक्षा बढ़ेगी।

NPCI ने यूपीआई ऐप्स को निर्देश दिया है कि वे ऐसी किसी भी सुविधा को निष्क्रिय करें जो उपयोगकर्ताओं को ऐप में लेनदेन के उद्देश्य से अपना लाभार्थी नाम बदलने की अनुमति देती है। यह आदेश 30 जून 2025 तक अनिवार्य रूप से लागू करने को कहा गया है।

यूपीआई की तेजी, पारदर्शिता और सुरक्षा को लेकर NPCI लगातार सुधार की दिशा में कदम उठा रहा है। नए बदलावों से न केवल लेनदेन में समय की बचत होगी, बल्कि उपयोगकर्ताओं को भी और अधिक सुरक्षित डिजिटल अनुभव मिलेगा। देश में कैशलेस अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने की दिशा में यह एक और बड़ा कदम माना जा रहा है।