भारतीय स्टार्टअप्स ने दिखाया दम, एक सप्ताह में जुटाए 184.75 मिलियन डॉलर
- Post By Admin on Jun 16 2025
 
                    
                    नई दिल्ली : देश के स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र ने इस सप्ताह एक नई उपलब्धि दर्ज करते हुए कुल 184.75 मिलियन डॉलर की फंडिंग हासिल की है। इस फंडिंग में कुल 20 स्टार्टअप्स ने भागीदारी की, जिनमें से अधिकांश शुरुआती और विकासशील चरण में हैं।
फंड जुटाने वाले स्टार्टअप्स में पांच ऐसे हैं जो विकास के चरण में हैं, जबकि 14 स्टार्टअप्स शुरुआती स्तर पर हैं। एक स्टार्टअप ने अपनी फंडिंग डिटेल्स सार्वजनिक नहीं करने का विकल्प चुना। इस सप्ताह सीड फंडिंग सबसे अधिक प्रचलन में रही, हालांकि सीरीज ए से लेकर सीरीज जी जैसे कई लेट-स्टेज फंडिंग राउंड भी देखने को मिले।
भौगोलिक दृष्टि से देखा जाए तो इस बार बेंगलुरु के नौ स्टार्टअप्स ने सबसे अधिक निवेश आकर्षित किया। इसके बाद दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के पांच स्टार्टअप्स को फंडिंग मिली। मुंबई, कोलकाता और चेन्नई के स्टार्टअप्स ने भी निवेशकों को आकर्षित किया।
विभिन्न क्षेत्रों में फिनटेक स्टार्टअप्स सबसे आगे रहे, जिन्होंने छह सौदे किए। इसके अलावा डीपटेक और ओटीटी क्षेत्र में दो-दो डील्स दर्ज की गईं। एयरोस्पेस, फूडटेक, ई-कॉमर्स और स्पोर्ट्सटेक जैसे क्षेत्रों में भी फंडिंग गतिविधियां सक्रिय रहीं।
सबसे बड़ी फंडिंग इस सप्ताह एक फिनटेक यूनिकॉर्न को मिली, जिसने 72 मिलियन डॉलर का निवेश जुटाया। इस डील में कई नामी वैश्विक निवेशकों की भागीदारी रही। एक अन्य फिनटेक प्लेटफॉर्म, जो एमएसएमई सेक्टर पर केंद्रित है, ने सीरीज सी राउंड में 44 मिलियन डॉलर की फंडिंग हासिल की। वहीं इलेक्ट्रिक व्हीकल कॉम्पोनेंट्स पर कार्य कर रहे एक स्टार्टअप ने 18 मिलियन डॉलर जुटाए।
कुछ अन्य उल्लेखनीय सौदे फूड सर्विस और ड्रोन टेक्नोलॉजी सेक्टर से जुड़े स्टार्टअप्स से आए, जिन्हें नए निवेश मिले। शुरुआती स्तर पर कार्य कर रहे 13 स्टार्टअप्स ने मिलकर 49.75 मिलियन डॉलर की फंडिंग हासिल की। इनमें से सबसे बड़ी डील एक एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र से जुड़ी कंपनी ने की, जिसे 22 मिलियन डॉलर का निवेश मिला।
शेष प्रारंभिक चरण के स्टार्टअप्स में वेल्थ टेक, फिनटेक और ओटीटी क्षेत्र की कंपनियां शामिल हैं, जिन्होंने अपनी नवाचार क्षमताओं के बल पर निवेशकों का ध्यान खींचा।
सप्ताह की शुरुआत में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि पिछले एक दशक में भारत के स्टार्टअप्स ने 150 बिलियन डॉलर से अधिक की निजी फंडिंग आकर्षित की है, जो देश में उद्यमिता और नवाचार के प्रति बढ़ते वैश्विक भरोसे को दर्शाता है।