इथेनॉल उत्पादन के लिए सरकार ने बढ़ाया चावल आवंटन, पेट्रोल मिश्रण लक्ष्य को मिलेगा बल

  • Post By Admin on Jun 28 2025
इथेनॉल उत्पादन के लिए सरकार ने बढ़ाया चावल आवंटन, पेट्रोल मिश्रण लक्ष्य को मिलेगा बल

नई दिल्ली : सरकार ने पेट्रोल में इथेनॉल मिश्रण अभियान को मजबूती देने के तहत बड़ा फैसला लेते हुए इथेनॉल उत्पादन हेतु 5.2 मिलियन टन चावल का अतिरिक्त आवंटन किया है। खाद्य मंत्रालय ने यह निर्णय भारतीय खाद्य निगम (FCI) के पास उपलब्ध अतिरिक्त स्टॉक को ध्यान में रखते हुए लिया है, जिससे न सिर्फ तेल आयात पर निर्भरता घटेगी, बल्कि देश के पेट्रोल मिश्रण लक्ष्यों को भी समय से पहले प्राप्त किया जा सकेगा।

फिलहाल एफसीआई के पास करीब 60 मिलियन टन चावल और धान का स्टॉक मौजूद है, जबकि बफर की आवश्यकता महज 13.5 मिलियन टन की है। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, अधिक स्टॉक के कारण भंडारण और स्थान की समस्याएं उत्पन्न हो रही थीं, जिससे आगामी फसल सीजन की खरीद प्रभावित हो सकती थी। ऐसे में यह कदम भंडारण संकट के समाधान और इथेनॉल उत्पादन में वृद्धि के लिए दोहरा लाभ देगा।

इथेनॉल उत्पादन में अब तक मक्का का प्रमुख उपयोग होता रहा है, जिससे मक्का की कीमतों में तेजी आई और पोल्ट्री उद्योग प्रभावित हुआ। चावल के बढ़ते आवंटन से मक्का की मांग और कीमतों पर नियंत्रण संभव होगा, जिससे मुर्गीपालन से जुड़े किसानों को राहत मिलेगी।

पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने हाल ही में बताया कि भारत ने 2025 की शुरुआत में ही पेट्रोल में 20% इथेनॉल मिश्रण (ई20) का लक्ष्य प्राप्त कर लिया है, जो 2030 की निर्धारित समय-सीमा से छह वर्ष पहले है। मंत्री ने कहा, "इस उपलब्धि से न केवल देश के कार्बन उत्सर्जन में कमी आई है, बल्कि करीब 1 लाख करोड़ रुपये की ईंधन लागत की बचत और 1.5 लाख करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा की भी बचत हुई है, जिसे किसानों की आमदनी में बदल दिया गया है।"

वर्तमान में इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम के सभी खुदरा केंद्रों पर ई20 इंधन की उपलब्धता सुनिश्चित की जा चुकी है, जो भारत को स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में आत्मनिर्भर और अग्रणी बना रहा है।