निवेशकों के लिए सुनहरा मौका, गिरावट के बीच शेयर बाजार में निवेश का सही समय
- Post By Admin on Mar 24 2025

नई दिल्ली : बीते छह महीनों से भारतीय शेयर बाजार में जारी गिरावट के दौर ने निवेशकों के लिए एक बेहतरीन अवसर पैदा कर दिया है। बाजार में आई इस भारी गिरावट ने न सिर्फ बड़े निवेशकों, बल्कि छोटे और मध्यम निवेशकों के लिए भी मुनाफे के दरवाजे खोल दिए हैं। जानकार मानते हैं कि मौजूदा हालात में निवेश करने वालों के लिए यह उपयुक्त समय है, जहां वे छोटी और लंबी अवधि दोनों के लिए मजबूत पोर्टफोलियो तैयार कर सकते हैं।
प्राइवेट वेल्थ की रिपोर्ट में निवेशकों को दी गई अहम सलाह
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल प्राइवेट वेल्थ की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, मौजूदा हालात में इक्विटी को लेकर निवेशकों का नजरिया शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म दोनों में आशावादी बना हुआ है। रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि निवेशक फिलहाल लार्ज-कैप और हाइब्रिड फंडों में लंपसम निवेश करना जारी रखें। वहीं, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में निवेश के लिए अगले छह महीनों में धीरे-धीरे और चरणबद्ध तरीके से निवेश करना उचित रहेगा।
लार्ज-कैप फंड सस्ते हुए, निवेश का सही मौका
मोतीलाल ओसवाल वेल्थ लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ आशीष शंकर ने बताया कि हालिया गिरावट के चलते लार्ज-कैप शेयरों का मूल्यांकन बीते दस वर्षों के औसत से नीचे पहुंच गया है, जिससे यह निवेश के लिए आकर्षक विकल्प बन गया है। हालांकि, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयर अभी भी महंगे यानी प्रीमियम रेट पर ट्रेड कर रहे हैं, लेकिन वहां भी धीरे-धीरे निवेश के मौके बन रहे हैं।
सरकारी कदमों से आर्थिक विकास को मिलेगी रफ्तार
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि उपभोग को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा हाल ही में उठाए गए कदम भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती देंगे। हालांकि, वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, अमेरिकी टैरिफ और मजबूत डॉलर जैसे कारकों ने बाजार में अस्थिरता बढ़ा दी है। इसके बावजूद ब्रोकरेज हाउस को उम्मीद है कि साल की पहली छमाही में आर्थिक मोर्चे पर ज्यादा स्पष्टता आएगी।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि यदि किसी निवेशक को लगता है कि उसका इक्विटी में निवेश कम है, तो लार्ज-कैप और हाइब्रिड फंड में लंपसम निवेश कर अपनी हिस्सेदारी बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा, फ्लेक्सी, मिड और स्मॉलकैप फंडों में अगले छह महीनों में धीरे-धीरे निवेश करना बेहतर रणनीति हो सकती है। कुल मिलाकर, बाजार की इस गिरावट ने निवेशकों के लिए एक सुनहरा मौका पेश किया है, जिसे समझदारी से भुनाना जरूरी है।