विश्व धरोहर सप्ताह-2025 : लय पहाड़ी में हेरिटेज वॉक और पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन

  • Post By Admin on Nov 21 2025
विश्व धरोहर सप्ताह-2025 : लय पहाड़ी में हेरिटेज वॉक और पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन

लखीसराय : विश्व धरोहर सप्ताह–2025 के अंतर्गत जिला प्रशासन लखीसराय द्वारा आयोजित विविध कार्यक्रमों की श्रृंखला में शुक्रवार को तीसरे दिन सूर्यगढ़ा प्रखंड के बुधौली बनकर पंचायत स्थित मध्य विद्यालय लय में हेरिटेज वॉक तथा पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विद्यालय परिसर और लय पहाड़ी क्षेत्र में बच्चों का उत्साह देखते ही बन रहा था, जहाँ छात्र-छात्राओं ने धरोहर संरक्षण का संदेश देते हुए सक्रिय भागीदारी की।

सुबह कार्यक्रम की शुरुआत हेरिटेज वॉक से हुई, जिसका नेतृत्व जिला प्रशासन द्वारा नियुक्त समन्वयक शिक्षक पीयूष कुमार झा ने किया। वॉक के दौरान बच्चों ने राजकीय लय पहाड़ी का भ्रमण किया और मार्ग में मिलने वाले ऐतिहासिक अवशेषों को देखा। छात्रों ने लय पहाड़ी पर स्थित प्राचीन बौद्ध विहार के अवशेषों को नज़दीक से समझा तथा इनके संरक्षण का संकल्प भी लिया। बच्चों की उत्सुकता और सीखने की ललक इस कार्यक्रम की विशेष आकर्षण रही।

हेरिटेज वॉक के बाद प्रभारी प्रधानाध्यापिका खुशबू कुमारी की देखरेख में पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसमें छात्रों ने सांस्कृतिक धरोहरों, ऐतिहासिक संरचनाओं और संरक्षण संबंधी विषयों पर आकर्षक चित्र उकेरे। बच्चों की रचनात्मकता के साथ-साथ धरोहरों के प्रति जागरूकता को प्रदर्शित करने वाले ये चित्र विशेष सराहना के पात्र रहे।

नोडल शिक्षक पीयूष कुमार झा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि लखीसराय जिला इतिहास और धरोहरों से समृद्ध है। जिले में सात संरक्षित स्थल स्थित हैं और राज्य का दूसरा सबसे बड़ा संग्रहालय भी यहीं है, जिसमें अनेक मूल्यवान मूर्तियाँ व ऐतिहासिक वस्तुएँ संरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि धरोहर संरक्षण न केवल प्रशासन, बल्कि समाज के प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है।

कार्यक्रम में शिक्षिका रंजु कुमारी, उषा सिन्हा, यादव किरण, आकाश कुमार, किरण देवी, मीना देवी एवं सबिता देवी सहित विद्यालय के अन्य शिक्षक-शिक्षिका उपस्थित रहे। अंत में छात्रों ने अपने अनुभव साझा किए और लय पहाड़ी भ्रमण को अत्यंत शिक्षाप्रद एवं रोमांचकारी बताया।

विश्व धरोहर सप्ताह के इस कार्यक्रम ने छात्रों में सांस्कृतिक विरासत के प्रति समझ और संवेदनशीलता को मजबूत किया।