खांसी, जकड़न और दर्द से हैं परेशान तो काली मिर्च के ये नुस्खे देंगे तुरंत आराम

  • Post By Admin on Nov 20 2025
खांसी, जकड़न और दर्द से हैं परेशान तो काली मिर्च के ये नुस्खे देंगे तुरंत आराम

नई दिल्ली : सर्दियों के मौसम में अक्सर कई लोगों को मांसपेशियों में जकड़न, जोड़ों में दर्द, हाथ-पैर सुन्न होने और बार-बार सर्दी-खांसी जैसी समस्याएं परेशान करती हैं। लेकिन इसी मौसम में आपकी रसोई में मौजूद एक साधारण-सी सामग्री—काली मिर्च—शरीर को अंदर से गर्म रखने और कई तरह की दिक्कतों को दूर करने में प्राकृतिक औषधि की तरह काम कर सकती है।

काली मिर्च को आयुर्वेद में मरीच कहा गया है, जिसमें मजबूत एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं। ये गुण वात और कफ दोष को संतुलित करते हैं, जिससे सर्दी-जुकाम, पाचन संबंधी समस्या और शरीर की थकान कम होती है। हालांकि इसका सेवन सही तरीके से करना जरूरी है।

खांसी-जुकाम में काली मिर्च और शहद

अगर सर्दी या खांसी बार-बार परेशान करती है, तो 4–5 काली मिर्च पीसकर हल्के गुनगुने शहद के साथ लेने से तुरंत आराम मिलता है। यह सूखी और कफ वाली दोनों प्रकार की खांसी में प्रभावी है और इम्यूनिटी भी बढ़ाता है।

ठंड से सुन्न पड़े हाथ-पैरों के लिए अदरक+काली मिर्च

सर्दी में कई लोगों के पैर हमेशा ठंडे रहते हैं या हाथ-पैर सुन्न हो जाते हैं। ऐसे में अदरक और काली मिर्च का पानी या चाय शरीर को तेज़ गर्माहट देता है और जमा हुआ कफ भी कम करता है।

वायरल और जुकाम में तुलसी-अदरक-काली मिर्च का काढ़ा

तुलसी, अदरक और काली मिर्च का काढ़ा वायरल फीवर और जुकाम में बेहद राहत देता है। काली मिर्च के एंटीबैक्टीरियल गुण संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं, इसलिए इसे बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक ले सकते हैं।

जोड़ों के दर्द और मांसपेशियों की जकड़न में बाहरी उपयोग

सर्दियों में बढ़ने वाली जकड़न या जोड़ों के दर्द से परेशान लोगों के लिए तिल के तेल में काली मिर्च गर्म करके लगाना बेहद लाभदायक है। यह तेल प्राकृतिक गर्माहट देता है और सूजन को कम करता है।

गले की खराश व आवाज बैठने में फायदेमंद

ठंडी हवाओं से गले में संक्रमण बढ़ जाता है, जिससे आवाज बैठने लगती है। ऐसे में काली मिर्च को हल्का भूनकर सेवन करना फायदेमंद होता है। यह टॉन्सिल में भी राहत देता है।

काली मिर्च छोटे आकार में भले ही दिखे, लेकिन सर्दियां आते ही यह शरीर की पूरी सुरक्षा कवच बन सकती है—बस इसका सही उपयोग जानना जरूरी है।