साँस (एसएएएनएस) कार्यक्रम को लेकर लखीसराय में दो दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित

  • Post By Admin on Dec 05 2024
साँस (एसएएएनएस) कार्यक्रम को लेकर लखीसराय में दो दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित

लखीसराय : बच्चों में निमोनिया की रोकथाम और उपचार को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। जिले के सदर अस्पताल के सभागार में 4 और 5 दिसंबर को दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजित है। यह प्रशिक्षण “साँस” (एसएएएनएस) कार्यक्रम के तहत किया गया। जिसका मुख्य उद्देश्य बच्चों में निमोनिया के प्रबंधन और उपचार में सुधार करना है।

प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत सिविल सर्जन सह सचिव, जिला स्वास्थ्य समिति लखीसराय, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, लखीसराय और उपाधीक्षक, सदर अस्पताल द्वारा दीप प्रज्ज्वलित करके की गई। इस मौके पर सिविल सर्जन ने बताया कि “साँस” कार्यक्रम के तहत तीन मुख्य रणनीतियों को लागू किया जाएगा। जिनमें उपचारात्मक प्रोटोकॉल, स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ताओं का कौशल क्षमता निर्माण और समुदाय तथा संस्थान स्तर पर जागरूकता अभियान का आयोजन शामिल है।

प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर डॉ. बिभूषण कुमार, शिशु रोग विशेषज्ञ, सदर अस्पताल, भारती कुमारी, स्टाफ नर्स, सदर अस्पताल और नीलू प्रसाद, नर्सिंग ट्यूटर, नोनगढ़ ने पॉवरपॉइंट प्रस्तुति के माध्यम से साँस कार्यक्रम के उद्देश्यों और बच्चों में निमोनिया की पहचान, उपचार, प्रबंधन, सुरक्षात्मक उपायों और टीकाकरण के महत्व पर विस्तार से जानकारी दी।

इस कार्यक्रम के तहत शून्य से 5 वर्ष तक के बच्चों में निमोनिया के लक्षणों की पहचान कर समुचित उपचार और प्रबंधन किया जाएगा, ताकि शिशु मृत्यु दर में कमी लाई जा सके। विशेष रूप से निमोनिया के लिए टीकाकरण को बढ़ावा देने का भी प्रयास किया जा रहा है।

साथ ही उन्होंने समुदाय और संस्थान में जागरूकता पैदा करने पर जोर दिया, ताकि हर बच्चे को समय पर चिकित्सा सहायता मिल सके। यह राज्य स्तर पर 12 नवंबर 2024 से शुरू किया गया अभियान है। जो बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और निमोनिया जैसी जानलेवा बीमारियों से बचाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

प्रशिक्षण के दौरान उपस्थित सभी चिकित्सा पदाधिकारियों और स्टाफ नर्स को बच्चों में निमोनिया के चिकित्सीय प्रबंधन के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। जिससे वे इस कार्यक्रम को प्रभावी तरीके से लागू कर सकें।