जिलाधिकारी ने की स्वच्छता, प्रदूषण नियंत्रण व पर्यावरण संरक्षण हेतु विभिन्न योजनाओं की समीक्षा
- Post By Admin on Feb 27 2025

मुजफ्फरपुर : शहर को स्वच्छ, सुंदर और प्रदूषणमुक्त बनाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने नगर आयुक्त और अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर वायु प्रदूषण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए राज्य स्तरीय संचालन समिति द्वारा जारी किए गए निर्देशों के प्रभावी कार्यान्वयन की समीक्षा की।
जिलाधिकारी ने वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए वाहन परिचालन पर सख्त दिशा-निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी के आदेश पर प्रदूषण मानक के उल्लंघन करने वाले वाहनों के खिलाफ प्रभावी जांच अभियान चलाया गया है। बीते 1 अप्रैल 2024 से अब तक 636 वाहन मालिकों पर जुर्माना लगाते हुए कुल 47,60,000 रुपए की वसूली की गई है। साथ ही, जिले में कुल 28 प्रदूषण नियंत्रण केंद्र स्थापित किए गए हैं।
बैठक में यह भी बताया गया कि जिले में फिलहाल 8 सीएनजी बसें परिचालित हैं, जिनमें चार वातानुकूलित और चार गैर-वातानुकूलित हैं। साथ ही, दो महीने के भीतर जिले को 25 नई सीएनजी बसें मिलेंगी। इसके अतिरिक्त, तिरहुत प्रमंडल में 50 और सीएनजी बसों को स्वीकृति मिली है।
राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के तहत नगर निगम को 3 करोड़ 50 लाख रुपये की राशि बची हुई है, जिसका उपयोग शहर में चार प्रमुख सड़कों के निर्माण के लिए किया जाएगा। मार्च माह में इन कार्यों की शुरुआत की जाएगी, जिसमें वार्ड नंबर 11 अंतर्गत स्टेशन रोड से लेकर नगर आयुक्त आवास कंपनीबाग रोड का कालीकरण एवं पेवर ब्लॉक कार्य करना, मोतीझील पुल के नीचे से कलमबाग चौक तक, मिठनपुरा चौक से इमली चौक तक, वार्ड नंबर 27 एवं वार्ड नंबर 10 में लेनिन चौक से मझौलिया गुमटी तक के सड़कों का कालीकरण कार्य करना शामिल हैं।
जिलाधिकारी ने शहर के चार प्रमुख चौकों पर स्थापित वॉटर फाउंटेन का निरीक्षण किया। इन वॉटर फाउंटेन के स्थानों में मिठनपुरा चौक, छाता चौक, पानी टंकी चौक और बनारस बैंक चौक शामिल हैं। साथ ही, दो स्प्रिंकलर सिस्टम द्वारा शहर की सड़कों पर पानी का छिड़काव कर धूल की सघनता कम करने का काम जारी है। जिलाधिकारी ने इसे नियमित रूप से संचालित करने का निर्देश दिया।
शहर में मल्टी लेवल पार्किंग की स्थापना की योजना बनाई जा रही है, जिसके लिए उपयुक्त स्थान का चयन किया जा रहा है। इसके अलावा, शहर और आसपास की सड़कों के किनारे वृक्षारोपण करने और मिट्टी वाले फ्लैंक पर पेवर ब्लॉक लगाने का निर्देश दिया गया।
मानव के लिए विद्युत शवदाह गृह का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है, जिसे जल्द पूरा करने के निर्देश जिलाधिकारी ने दिए। इसके अतिरिक्त, मृत जानवरों के शवों के लिए भी शवदाह गृह बनाने की योजना है, जिसके लिए स्थल का चयन कर विभाग में प्रस्ताव भेजा जाएगा।
जिलाधिकारी ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को प्रदूषण मानकों का पालन सुनिश्चित करने का निर्देश देते हुए, उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना लगाए जाने और वसूली की कार्यवाही जारी रखने की बात कही। बैठक में नगर आयुक्त विक्रम विरकर, जिला परिवहन पदाधिकारी कुमार सत्येंद्र, पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे।