भूमि विवादों के निपटारे हेतु विशेष सर्वेक्षण कार्य जारी

  • Post By Admin on Feb 19 2025
भूमि विवादों के निपटारे हेतु विशेष सर्वेक्षण कार्य जारी

मुजफ्फरपुर : जिले में भूमि विवादों का शीघ्र एवं पारदर्शी निपटारा करने, डिजिटल भूमि रिकॉर्ड तैयार करने और भूमि स्वामित्व से जुड़ी प्रक्रियाओं को ऑनलाइन सुलभ बनाने के लिए विशेष सर्वेक्षण कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में जिले में जनजागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से 8 प्रचार रथों को जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने समाहरणालय परिसर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

इस अभियान के तहत जिला बंदोबस्त पदाधिकारी फिरोज अख्तर ने जानकारी दी कि सभी प्रचार रथ ऑडियो सेट एवं फ्लैक्स से सुसज्जित हैं। जो विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त की जानकारियों से लैस हैं। इन प्रचार वाहनों को योजनाबद्ध तरीके से सभी अंचलों में भेजा जाएगा। ताकि अधिक से अधिक रैयत (किसान/भूस्वामी) लाभान्वित हो सकें। एक सप्ताह तक ये प्रचार वाहन विभिन्न इलाकों में भ्रमण करेंगे और लोगों को जागरूक करेंगे।

विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्यक्रम के अंतर्गत सभी सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध कराई गई हैं। किसान एवं भूमि स्वामियों को अपनी भूमि से जुड़े दस्तावेजों को डिजिटल रूप में देखने और दावों-आपत्तियों को दर्ज करने की सुविधा प्रदान की गई है। इन सेवाओं का लाभ लेने के लिए निदेशालय की आधिकारिक वेबसाइट dlrs.bihar.gov.in पर विजिट कर सकते हैं या बिहार सर्वे ट्रैकर एप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं।

विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्यक्रम के तहत कई ऑनलाइन सेवाएँ उपलब्ध कराई गई हैं। जिससे भूमि स्वामियों को डिजिटल रूप से सुविधा मिल सके। रैयत स्वघोषणा एवं वंशावली को उद्घोषणा की तिथि से 180 कार्य दिवसों तक ऑनलाइन अपलोड कर सकते हैं। किसान अपने मोबाइल या कंप्यूटर से खानापुरी पर्चा एवं एलपीएम (लेजर प्लान मैप) देख सकते हैं। यदि किसी व्यक्ति को भूमि रिकॉर्ड से संबंधित कोई आपत्ति हो तो वह ऑनलाइन दावा-आपत्ति दर्ज कर सकता है। जिसकी पावती एवं सुनवाई की सूचना एसएमएस के माध्यम से प्राप्त होगी। गाँव के सभी दावे और उनके विरुद्ध पारित आदेशों को देखा जा सकता है। साथ ही, प्रारूप प्रकाशित खतियान एवं नक्शा, अंतिम प्रकाशित खतियान एवं नक्शा, तथा लगान दर तालिका भी ऑनलाइन उपलब्ध है। जिससे पारदर्शिता बनी रहे और भूमि स्वामित्व से जुड़े कार्यों में आसानी हो।

विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्यक्रम की सफलता के लिए भूमि स्वामियों (रैयतों) की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है। उन्हें अपनी भूमि को सीमांकित कर मेडों को ठीक करने, ग्राम सभा में उपस्थित होकर वंशावली सत्यापन करने और भूमि स्वामित्व से जुड़े दस्तावेजों को अद्यतन कर स्वघोषणा पत्र (प्रपत्र-2) ऑनलाइन अपलोड करने की अपील की गई है। सर्वेक्षण कार्य के दौरान मौके पर उपस्थित रहकर सर्वेक्षण दल का सहयोग करना आवश्यक होगा। साथ ही, सर्वेक्षण के विभिन्न स्तरों पर तैयार अभिलेखों एवं मानचित्रों की जांच कर किसी भी त्रुटि की स्थिति में ऑनलाइन आपत्ति दर्ज कर सकते हैं। सुनवाई के समय सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ उपस्थित रहकर शांतिपूर्वक अपना पक्ष रखना भी रैयतों का दायित्व है।