सिद्धिविनायक मंदिर ने लागू हुआ ड्रेस कोड, अनुचित कपड़े पहनने वालों को नहीं मिलेगा दर्शन
- Post By Admin on Jan 29 2025

मुंबई : प्रमुख धार्मिक स्थल सिद्धिविनायक गणपति मंदिर ने अपने श्रद्धालुओं के लिए एक नई ड्रेस कोड नीति लागू करने का निर्णय लिया है। यह कदम मंदिर की पवित्रता और मर्यादा को बनाए रखने के उद्देश्य से उठाया गया है। मंदिर प्रशासन द्वारा जारी की गई नई गाइडलाइन के तहत, अब केवल उन श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति मिलेगी, जो शालीन और पारंपरिक भारतीय पोशाक में होंगे।
नई ड्रेस कोड नीति का उद्देश्य
मंदिर ट्रस्ट ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश करने के लिए उचित और पवित्रता का सम्मान करने वाले कपड़े पहनने होंगे। “कट-ऑफ जींस, शॉर्ट्स, स्कर्ट और खुले कपड़े” पहनने वाले भक्तों को भगवान गणपति के दर्शन की अनुमति नहीं दी जाएगी। मंदिर ट्रस्ट ने यह फैसला पवित्र स्थान की मर्यादा और धार्मिक मूल्यों का सम्मान करने के उद्देश्य से लिया है।
ड्रेस कोड के अनुसार कौन से कपड़े पहनने होंगे
सिद्धिविनायक मंदिर ट्रस्ट के अनुसार, दर्शन के लिए केवल पारंपरिक भारतीय पोशाक या पूरे शरीर को ढंकने वाले कपड़े पहनने वाले भक्तों को ही प्रवेश मिलेगा। यह निर्णय भारतीय सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं के अनुरूप है, जिनमें शालीनता और सम्मान की विशेष अहमियत है। पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए यह नियम लागू होंगे। इस नए नियम के तहत, धार्मिक स्थलों पर शालीनता बनाए रखने के महत्व को और बढ़ावा दिया जाएगा।
श्री सिद्धिविनायक मंदिर ट्रस्ट द्वारा जारी गाइडलाइन
- स्त्री और पुरुष दोनों के लिए ड्रेस कोड लागू होगा
मंदिर ट्रस्ट ने साफ कहा है कि पुरुषों और महिलाओं दोनों को पारंपरिक भारतीय पोशाक या पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनने होंगे। इससे पहले कई मंदिरों में शाल, स्कार्फ या धोती दी जाती थी, लेकिन अब यह ट्रस्ट ने तय किया है कि बिना शालीन कपड़े पहने हुए किसी भी श्रद्धालु को मंदिर में प्रवेश नहीं मिलेगा।
- पवित्रता और सम्मान का आदान-प्रदान
मंदिर ट्रस्ट ने यह भी कहा है कि यह नीति श्रद्धालुओं के आराम और सम्मान को सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई है, ताकि सभी लोग मंदिर में आते वक्त पवित्रता का पालन करें और अपनी सांस्कृतिक जिम्मेदारी को समझें।
- अनुशासन बनाए रखने का कदम
इस नए कदम से मंदिर प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की है कि मंदिर में आने वाले सभी श्रद्धालु एक समान शालीनता और धार्मिक संवेदनशीलता का पालन करें।
श्री विट्ठल रुक्मिणी मंदिर में नवविवाहित जोड़ों के लिए नया नियम
वहीं, महाराष्ट्र के पंढरपुर स्थित श्री विट्ठल रुक्मिणी भगवान मंदिर में नवविवाहित जोड़ों के लिए एक नई सुविधा शुरू की गई है। अब नवविवाहित जोड़े सीधे मंदिर में प्रवेश करके भगवान विट्ठल रुक्मिणी के दर्शन कर सकेंगे। मंदिर प्रशासन ने इस फैसले को नवविवाहितों के लिए एक विशेष अवसर के रूप में लिया है, जिससे वे बिना किसी रुकावट के तुरंत दर्शन कर सकें।
सिद्धिविनायक मंदिर द्वारा लागू किए गए इस नए ड्रेस कोड नीति से यह साफ होता है कि धार्मिक स्थलों पर शालीनता और मर्यादा बनाए रखना कितना महत्वपूर्ण है। मंदिर प्रशासन ने यह निर्णय श्रद्धालुओं के प्रति श्रद्धा और सम्मान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लिया है। यह कदम पवित्र स्थानों की पवित्रता और भारतीय संस्कृति के सम्मान को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।