बड़हिया के धार्मिक स्थलों का भ्रमण कर स्काउट-गाइड ने सीखा जीवन का पाठ
- Post By Admin on Dec 04 2024

लखीसराय : जिले के बड़हिया नगर स्थित ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल मां बाला त्रिपुर सुंदरी मंदिर में स्काउट-गाइड के छात्र-छात्राओं ने पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के चौथे दिन शैक्षणिक परिभ्रमण किया। इस अवसर पर छात्रों को मानसिक विकास, पर्यावरण संरक्षण और सांस्कृतिक धरोहर के महत्व के बारे में जानकारी दी गई।
यह शिविर जवाहर नवोदय विद्यालय के बैनर तले आयोजित किया गया। जिसमें विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. रविशंकर प्रसाद और नवोदय विद्यालय समिति पटना के सहायक संगठन आयुक्त डॉ. चंद्रसेन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन अधिकारियों ने बच्चों को शैक्षणिक भ्रमण की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि उनका मानसिक विकास हो और वे अपनी सांस्कृतिक धरोहर से जुड़ें।
स्काउट-गाइड की यह यात्रा विद्यालय प्रांगण से शुरू होकर मां बाला त्रिपुर सुंदरी मंदिर तक पहुंची। यात्रा का मुख्य उद्देश्य बच्चों को मंदिरों और ऐतिहासिक स्थलों का महत्व समझाना था।
मंदिर परिसर में बच्चों को महारानी स्थान मंदिर के ऐतिहासिक महत्व से अवगत कराया गया। सहयोगी अनुराग आनंद ने बताया कि यह मंदिर लगभग 900 वर्ष पुराना है और इसकी स्थापना पाल वंश के समय हुई थी। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस स्थान पर मां जगदंबा की स्थापना पंडित श्रीधर ओझा ने की थी। उस समय बड़हिया क्षेत्र गंगा और हरूहर नदी के बीच स्थित घने जंगलों से घिरा हुआ था। मंदिर को सिद्ध शक्तिपीठ माना जाता है। जहां स्वच्छ और पवित्र मन से की गई प्रार्थनाएं पूरी होती हैं।
इस शिविर में पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया गया। बच्चों ने स्थानीय तालाबों, पोखरों और धर्मशालाओं का भ्रमण भी किया। जिससे उन्हें प्राकृतिक संसाधनों के महत्व के बारे में समझने का मौका मिला। गाइड कैप्टन अमृता सिंह ने बताया कि इस तरह के परिभ्रमण से बच्चों में न केवल शिक्षा का विकास होता है, बल्कि वे प्रकृति और संस्कृति से भी जुड़ते हैं।
स्काउट-गाइड के इस शैक्षणिक भ्रमण ने बच्चों को जीवन के विभिन्न पहलुओं को समझने, इतिहास और संस्कृति से अवगत होने और पर्यावरण के प्रति जागरूकता पैदा करने का एक अहम अवसर प्रदान किया। इस यात्रा में विद्यालय की गाइड कैप्टन रश्मि राय और अन्य शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भी सक्रिय भूमिका निभाई।
पांच दिवसीय इस प्रशिक्षण शिविर का समापन और सम्मान समारोह गुरुवार को आयोजित किया जाएगा। जिसमें छात्रों की मेहनत और उनकी सक्रिय भागीदारी को सराहा जाएगा।