मुंशी प्रेमचंद जी की जयंती पर पर्यावरण भारती द्वारा बरगद का पौधारोपण
- Post By Admin on Jul 31 2024

लखीसराय: प्रसिद्ध साहित्यकार मुंशी प्रेमचंद जी की जयंती के अवसर पर पर्यावरण भारती द्वारा विशेष पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें देव वृक्ष बरगद का पौधारोपण किया गया। इस अवसर पर पर्यावरण भारती के संस्थापक राम बिलास शाण्डिल्य ने जलवायु परिवर्तन के गंभीर प्रभावों पर चिंता व्यक्त की।
श्री शाण्डिल्य ने कहा कि जलवायु परिवर्तन का असर भारत में साफ नजर आने लगा है। हाल ही में केरल राज्य के वायनाड के चार गांवों में महज चार घंटों में अतिवृष्टि और पहाड़ों के भूस्खलन के कारण भीषण तबाही मची। इस प्राकृतिक आपदा में 156 लोगों की मृत्यु हुई और 125 से अधिक लोग घायल हुए। प्रभावित गांवों में चूरलमाला, अट्टामाला, नूलपुझा और मुंडक्कई शामिल हैं, जो भारी बारिश और भूस्खलन के कारण मलबे में दब गए।
वैज्ञानिकों का मानना है कि 2018 के बाद से केरल में कम समय में अधिक बारिश हो रही है और दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर तापमान में वृद्धि के कारण घने बादल बन रहे हैं। यह स्थिति मानव जीवन के लिए खतरनाक साबित हो रही है। श्री शाण्डिल्य ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के बिना मानव जीवन सुरक्षित नहीं रह सकता। मानव यदि प्रकृति को क्षति पहुंचाएगा, तो उसका जीवन संकट में पड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि केरल के वायनाड के निवासियों द्वारा पहाड़ और जंगलों को नुकसान पहुंचाया गया, जिसका परिणाम अब सामने है। यह प्रकृति द्वारा मानव को दी गई चेतावनी है।
उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध और हमास-इजराइल संघर्ष के चलते भी पर्यावरण और मानव जीवन को भारी नुकसान पहुंचा है। "ऐसा प्रतीत होता है कि संसार के मानव स्वयं अपना विनाश चाहते हैं," उन्होंने चेताया। पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण अभियान चलाने की अपील की गई।
कार्यक्रम में श्री शाण्डिल्य ने मुंशी प्रेमचंद जी की जयंती के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 31 जुलाई 1880 को उत्तर प्रदेश के बनारस के निकट लमही में जन्मे प्रेमचंद जी का साहित्यिक योगदान अविस्मरणीय है। उनके प्रसिद्ध कृतियों में 'गोदान', 'कर्मभूमि', 'रंगभूमि', 'सेवासदन', 'निर्मला', 'मानसरोवर' आदि शामिल हैं। वे 56 वर्ष की आयु में 8 अक्टूबर 1936 को परलोक सिधार गए।
इस महान विभूति के जन्मदिन पर बरगद के पौधे का रोपण एक महत्वपूर्ण कार्य है। इस कार्यक्रम में क्षेत्र कार्यवाह माननीय डॉक्टर मोहन सिंह, प्रांत प्रचारक उमेश रंजन, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अनु प्रिया, डॉक्टर सुनील कुमार, नीरज नयन, प्रोफेसर विनय बिहारी, श्याम बिहारी राय, विजय साह रवि, विनोद साह, देवेन्द्र कुमार, ई सुमित कुमार रवि, मनोज कुमार, और धर्म जागरण के विनोद कुमार सिंह समेत कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के अंत में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने और हर व्यक्ति को इसमें योगदान देने की अपील की गई।