विश्व अंतर्राष्ट्रीय न्याय दिवस पर पर्यावरण भारती द्वारा किया गया पौधारोपण
- Post By Admin on Jul 17 2024

लखीसराय: विश्व अंतर्राष्ट्रीय न्याय दिवस के अवसर पर पर्यावरण भारती ने लखीसराय में पीपल, बरगद, और कनेल के पौधारोपण का आयोजन किया। पर्यावरण प्रहरी प्रोफेसर राम जीवन साहू ने बताया कि जुलाई, अगस्त, सितंबर और अक्टूबर महीने पर्यावरण संरक्षण के लिए सर्वोत्तम होते हैं। इस समय प्रकृति भी हमारा सहयोग करती है और वर्षा के कारण पेड़ पौधे लगाना शुभ होता है। उन्होंने कहा कि मानव जीवन के लिए प्राकृतिक ऑक्सीजन आवश्यक है, जो हमें हरे-भरे पेड़ पौधों से ही मिलती है। इसलिए, घरों के आसपास या छतों पर पौधारोपण अभियान चलाना हर व्यक्ति का कर्तव्य होना चाहिए।
प्रोफेसर साहू ने कोविड-19 के समय कृत्रिम ऑक्सीजन की कमी का उल्लेख करते हुए कहा कि यह महामारी प्राकृतिक ऑक्सीजन की कमी का परिणाम थी। उन्होंने कहा कि प्रकृति ने हमें चेतावनी दी है कि यदि हम इसे नष्ट करेंगे तो मानव जीवन भी समाप्त हो जाएगा। अतः, वृक्षारोपण अभियान चलाकर पर्यावरण की सुरक्षा करना हम सभी का पुनीत कर्त्तव्य है।
पर्यावरण भारती के संस्थापक राम बिलास शाण्डिल्य ने बताया कि 17 जुलाई को विश्व अंतर्राष्ट्रीय न्याय दिवस मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य संसार में नरसंहार रोकना, युद्ध अपराधों में उचित न्याय दिलाना और मानवता के विरुद्ध अपराधों के लिए विश्व न्यायालय (ICC) के बारे में जागरूकता फैलाना है। 1998 में 160 देशों के सम्मेलन में 17 जुलाई को विश्व न्याय दिवस मनाने का निर्णय लिया गया था। हालांकि, अमेरिका, चीन और रूस जैसे शक्तिशाली देश इसके अधिकार क्षेत्र से बाहर हैं, जो एक चुनौती है।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर पौधारोपण अभियान एक स्मरणीय कार्य है। पर्यावरण भारती के पौधारोपण कार्यक्रम में प्रोफेसर राम जीवन साहू, राम बिलास शाण्डिल्य, जूही कुमारी, सिमरन कुमारी, अजीत कुमार साह, डॉक्टर सुरेश प्रसाद भगत, संतोष केशरी, गोपाल केशरी, राम चरित्र साह, सोना प्रताप, कुन्दन प्रताप, और राजवीर प्रताप सहित कई लोग शामिल हुए।