अब 30 जून तक करा सकेंगे राशन कार्ड केवाईसी

  • Post By Admin on Jun 11 2024
अब 30 जून तक करा सकेंगे राशन कार्ड केवाईसी

लखीसराय : वर्ष 2023 से ही राशन कार्ड को आधार कार्ड से जोड़ने अर्थात लिंकेज की मुहिम में पूरी तरह सफलता नहीं मिलने पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर राशन कार्ड धारी के लिए केवाईसी कराना अनिवार्य कर दिया गया है। इसमें राशन कार्ड धारी को अपने अपने जन वितरण प्रणाली विक्रेता के पास जाकर ई-पॉस मशीन पर अंगूठा लगाकर ई-केवाईसी की प्रक्रिया में भाग लेना है।

इसके लिए जिला प्रशासन पूरी मुस्तैदी से जुटा हुआ है। सभी डीलरों को इसके लिए पूर्व से ही निर्देशित किया जा चुका है। इसके बावजूद अभी तक विभाग को पूर्ण सफलता नहीं मिल पाई है। जिला आपूर्ति पदाधिकारी राहुल कुमार के अनुसार लखीसराय जिले में 1 लाख 74 हजार 640 राशन कार्ड धारी में से अभी तक आधे से भी कम 69 हजार 856 राशन कार्ड धारी ही केवाईसी की प्रक्रिया पूरी कर पाए हैं। जबकि इसके लिए सरकार अब ठोस कदम उठाने जा रही है।

राशन कार्ड का केवाईसी नहीं करवाए जाने पर इसके लाभ से उपभोक्ताओं को वंचित होना पड़ेगा। डीएसओ के अनुसार इस प्रक्रिया के लागू होने से फर्जी कार्ड धारी, मृत या अपने शहर से बाहर रहने वाले दो-दो जगह इसका लाभ उठा रहे गलत लाभार्थी आसानी से पकड़े जाएंगे। इसके लिए पूर्व में निर्धारित 15 जून तक की अंतिम तिथि को एक बार फिर से 30 जून तक निर्धारित की गई है।

ऐसे में राशन कार्ड की ई-केवाईसी अगर नहीं करा पाए है, तो यह काम जल्द ही करा लीजिए। कहीं ऐसा न हो कि बिना ई-केवाईसी के आपको अपने राशन कार्ड से चावल-गेहूँ लेने में परेशानी झेलनी पड़े। राशन कार्ड आपकी रसोई में राशन लाने के लिए जितना जरूरी है, उससे कहीं अधिक यह एक दस्तावेज के तौर पर भी महत्वपूर्ण है। सरकार की ओर से दिए गए निर्देश के अनुसार, इसे किसी भी हाल में 30 जून तक ई-केवाईसी करवा कर अपडेट कर लेना है।

आयुष्मान भारत योजना में भी इसकी अनिवार्यता लागू कर दी गई है। राशन कार्ड केवल एक खाने के लिए अनाज हासिल करने का जरिया भर नहीं है, बल्कि भारतीय नागरिक के तौर पर एक पहचान पत्र भी है। गरीबों के लिए यह राशन कार्ड संजीवनी की तरह काम करता है। सरकार गरीब कल्याण योजना के तहत देश के गरीबों को मुफ्त में राशन उपलब्ध कराती है। इसके अलावा, आम आदमी को भी सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) की दुकानों से सस्ती दरों पर अनाज उपलब्ध कराया जाता है।