अब जिले के सभी सरकारी भवन और शिक्षण संस्थान होंगे तंबाकू मुक्त

  • Post By Admin on Jul 30 2024
अब जिले के सभी सरकारी भवन और शिक्षण संस्थान होंगे तंबाकू मुक्त

लखीसराय: जिले में तंबाकू सेवन के खिलाफ सघन अभियान की शुरुआत की गई है, जिसके तहत सभी सरकारी भवनों और शिक्षण संस्थानों को तंबाकू मुक्त क्षेत्र घोषित किया जाएगा। जिला पदाधिकारी रजनीकांत की अध्यक्षता में जिला तंबाकू नियंत्रण समन्वय समिति की जिला स्तरीय उन्मुखी सह प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न सरकारी पदाधिकारी, पुलिस अधिकारी और अन्य हितधारक उपस्थित थे।

जिला पदाधिकारी रजनीकांत ने अपने संबोधन में तंबाकू सेवन के दुष्प्रभावों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि तंबाकू का सेवन न केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि यह आर्थिक नुकसान का भी कारण बनता है। तंबाकू सेवन से बचकर न केवल जीवन को बचाया जा सकता है बल्कि आर्थिक बचत भी की जा सकती है।

कार्यशाला में उपस्थित त्रिस्तरीय छापामार दस्ते के सदस्यों को निर्देश दिया गया कि वे शैक्षणिक संस्थानों के 100 गज के दायरे में तंबाकू उत्पाद बेचने वाले दुकानदारों को हटाएं और नियमित छापेमारी करें। सभी अधिकारियों को अपने कार्यालयों में तंबाकू मुक्त क्षेत्र का बोर्ड लगाने का निर्देश भी दिया गया। 

जिला पदाधिकारी ने कहा कि इस अभियान की सफलता के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है। लोगों को तंबाकू के सेवन के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करना और उन्हें प्रेरित करना होगा कि वे तंबाकू का सेवन न करें। उन्होंने कहा कि हमें तंबाकू के खिलाफ उसी तरह लड़ाई लड़नी होगी जैसे हमने कोविड-19 के खिलाफ लड़ी थी।

कार्यक्रम में सोशियो इकोनॉमिक एंड एजुकेशनल डेवलपमेंट सोसाइटी (सीड्स) के कार्यपालक निदेशक दीपक मिश्रा ने कोटपा-2003 की विभिन्न धाराओं के बारे में जानकारी दी और बताया कि राज्य सरकार एवं सीड्स द्वारा चलाए जा रहे तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत चालानिंग की प्रक्रिया कैसे की जाती है। 

उन्होने कहा कि तंबाकू का सेवन करना एक खतरनाक आदत है, और जहां छोटे बच्चे होते हैं वहां स्थिति और भी नाजुक हो जाती है। तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम को अभियान के रूप में चलाए जाने से अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकते हैं और सभी स्तरों पर सहयोग की अपेक्षा है।

कार्यशाला के प्रारंभ में सिविल सर्जन डॉ. बीपी सिन्हा ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। जिला तंबाकू नियंत्रण के नोडल पदाधिकारी डॉ. अश्वनी कुमार ने जिले में तंबाकू नियंत्रण के लिए की जा रही गतिविधियों की जानकारी दी। 

इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, पुलिस अधीक्षक, सभी सरकारी विभागों के पदाधिकारी, सिविल सर्जन, पुलिस उपाधीक्षक, एनसीडी सेल के वित्तीय सह लॉजिस्टिक सलाहकार, सीड्स के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सुनील चौधरी, एसपीएम सुदर्शन सिंह, जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुधांशु नारायण लाल, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और थाना अध्यक्ष भी उपस्थित थे।

इस अभियान के तहत विशेष ध्यान रखा जाएगा कि सार्वजनिक स्थलों जैसे सिनेमा हॉल, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, सार्वजनिक सड़कें और कार्यालयों में धूम्रपान को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई की जाए। बच्चों को तंबाकू उत्पाद बेचने पर 7 साल की सजा का प्रावधान किया गया है। साथ ही, सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करते पकड़े जाने पर जुर्माना भी लगाया जाएगा।

इसके अतिरिक्त, सभी प्रखंडों में नाबालिगों को तंबाकू के दुष्परिणामों से बचाने के लिए विद्यालयों में विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। तंबाकू सेवन की आदत से छुटकारा पाने के लिए जन-जागरूकता अभियान को व्यापक रूप से चलाया जाएगा, ताकि जिले को तंबाकू मुक्त बनाया जा सके।