अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर एल.एस. कॉलेज में परिसंवाद, मातृभाषा की महत्ता पर जोर
- Post By Admin on Feb 22 2025

मुजफ्फरपुर : अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर शुक्रवार को एल. एस. कॉलेज में "मातृभाषा की महत्ता" विषय पर एक परिसंवाद का आयोजन किया गया, जिसमें शिक्षकों, विद्वानों और विद्यार्थियों ने मातृभाषा के संरक्षण और इसके अधिकाधिक प्रयोग पर गंभीर विचार-विमर्श किया।
कॉलेज के प्राचार्य प्रो. ओम प्रकाश राय ने मातृभाषा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि "मां, मातृभूमि और मातृभाषा का कोई विकल्प नहीं हो सकता। हमें अपने जीवन में मातृभाषा को अपनाना चाहिए और शिक्षा का माध्यम भी अपनी भाषा को बनाना चाहिए।" उन्होंने बताया कि एल. एस. कॉलेज में नामपट्टिका, दैनिक सूचना और प्रशासनिक कार्य प्रमुखता से हिंदी में किए जाते हैं, साथ ही शिक्षकों और कर्मचारियों को अपनी भाषा में हस्ताक्षर करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
परिसंवाद में कॉलेज के पत्रकारिता विभाग के समन्वयक डॉ. राजेश्वर कुमार ने ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य में मातृभाषा के महत्व को स्पष्ट करते हुए कहा कि बांग्लादेश का गठन मातृभाषा बंगला के गौरव बोध के कारण हुआ था। उन्होंने ढाका विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा बंगला भाषा के सम्मान में किए गए संघर्ष को याद किया।
रसायन विज्ञान विभाग के प्रो. रामकुमार सिंह ने उच्च शिक्षा में मातृभाषा के प्रयोग को आवश्यक बताते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि विज्ञान की पढ़ाई भी अपनी भाषाओं में हो। वहीं, मनोविज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. नागेन्द्र नारायण मिश्रा ने कहा कि मनोविज्ञान भी यह सिद्ध करता है कि मातृभाषा में शिक्षा सर्वाधिक वैज्ञानिक पद्धति है।
इस अवसर पर साहित्यकार डॉ. महेश राय, भौतिकी विभाग के अध्यक्ष प्रो. सुनील कुमार मिश्रा, स्नातकोत्तर वाणिज्य विभाग के डॉ. साकेत चौधरी, डॉ. जयकांत सिंह, डॉ. राधा कुमारी, विजय कुमार और डॉ. नवीन कुमार समेत अन्य शिक्षाविदों ने भी विचार रखे।
परिसंवाद में बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने भाग लिया और मातृभाषा के प्रचार-प्रसार की प्रतिबद्धता दोहराई।