जीविका की महिलाएं बनीं सोलर दीदी, सौर ऊर्जा से कर रहीं अब खेतों की सिंचाई
- Post By Admin on Feb 25 2025

मुजफ्फरपुर : जिले के बोचहां प्रखंड में जीविका से जुड़ी महिलाएं अब सौर ऊर्जा से खेतों की सिंचाई कर रही हैं और इस अनोखी पहल ने उनके जीवन में एक नई उम्मीद और अवसर का रास्ता खोला है। सौर ऊर्जा से सिंचाई करने वाली ये महिलाएं न केवल पर्यावरण को सुरक्षित रख रही हैं, बल्कि अपनी आय भी बढ़ा रही हैं और रोजगार के नए आयाम स्थापित कर रही हैं। यह पहल 2023 में शुरू हुई थी। जब बोचहां की दो महिलाएं जीविका के सहयोग से सौर ऊर्जा का पंप लगाकर खेतों की सिंचाई शुरू की थीं। महज दो वर्षों के भीतर, इस पहल से जुड़ी महिलाओं की संख्या बढ़कर 106 हो गई है।
सौर ऊर्जा से सिंचाई, कम खर्च, अधिक लाभ
जीविका दीदियों के अनुसार, सौर ऊर्जा से सिंचाई के माध्यम से उनका काम पहले से कहीं अधिक आसान और सस्ता हो गया है। जहां डीजल या बिजली से सिंचाई करने पर किसान को प्रति घंटे 120 से 150 रुपए तक खर्च होते थे, वहीं सौर ऊर्जा से केवल 100 रुपए प्रति घंटे का खर्च आता है। इसके अलावा, एक सोलर पंप से एक दिन में 20 एकड़ खेतों की सिंचाई हो सकती है, जिससे किसान समय और लागत दोनों में बचत कर रहे हैं।
इस नई तकनीक से न केवल किसानों को आर्थिक लाभ हो रहा है, बल्कि दीदियों को भी प्रति माह 15 से 20 हजार रुपए तक की आय हो रही है। इन दीदियों ने 5 एचपी के पंप लगवाए हैं, जो एक घंटे में चार कट्ठा खेतों की सिंचाई कर सकते हैं। इससे उनकी मेहनत में भी कमी आई है और उनके लिए एक स्थिर रोजगार का अवसर मिला है।
बोचहां : सौर ऊर्जा से सिंचाई का पहला प्रखंड
बोचहां प्रखंड अब जिले का पहला सौर ऊर्जा से सिंचाई करने वाला प्रखंड बन चुका है। इस प्रखंड की जीविका दीदियों ने सौर ऊर्जा पंपों का उपयोग शुरू कर दिया है और अब यहां 106 महिलाएं इस पहल से जुड़ी हैं। इन दीदियों को जीविका द्वारा सौर ऊर्जा प्लांट लगाने के लिए सहयोग प्रदान किया गया था, जिससे वे आत्मनिर्भर हो सकीं। बोचहां के दक्षिणी कर्णपुर पंचायत की सुनीता देवी का कहना है कि वर्ष 2023 में जीविका के सहयोग से उन्होंने सौर ऊर्जा पंप स्थापित किया था और अब उन्हें इससे हर महीने 15 हजार तक की आय हो रही है। वहीं, भगवानपुर घोचा गांव की पूजा कुमारी बताती हैं कि उन्होंने दो साल पहले सौर ऊर्जा से सिंचाई की शुरुआत की थी और इससे उन्हें अच्छा आर्थिक लाभ हो रहा है।
आय का हिस्सा जीविका को दा दान
सौर ऊर्जा से सिंचाई के साथ साथ जीविका दीदियों ने एक और पहल की है। इन दीदियों ने अपनी आय का 2 प्रतिशत हिस्सा जीविका परियोजना को दान किया है। 2023 में, 46 दीदियों ने 58087 माला संकुल स्तरीय संगठन में सहयोग राशि जमा की, जबकि 37 दीदियों ने कुल 47891 रुपए और 9 दीदियों ने 10196 रुपए संगठन के लीडर को दान किए। यह दान न केवल जीविका के लिए एक बड़ी मदद है, बल्कि इससे दीदियों के सामूहिक प्रयासों को भी बढ़ावा मिलता है।
आने वाले समय में और प्रखंडों में सौर ऊर्जा प्लांट
जीविका की डीपीएम अनीशा ने बताया कि बोचहां की दीदियों ने सौर ऊर्जा पंप लगाकर आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ी सफलता प्राप्त की है। अब अन्य प्रखंडों की दीदियों को भी इस तकनीक के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस वर्ष, जिले के सभी प्रखंडों में सौर ऊर्जा पंप लगाए जाएंगे, जिससे और अधिक महिलाएं रोजगार से जुड़ सकेंगी और किसानों की सिंचाई की लागत कम होगी।
इस पहल से न केवल महिलाएं सशक्त हो रही हैं, बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद साबित हो रही है, क्योंकि सौर ऊर्जा एक स्वच्छ और नवीकरणीय स्रोत है। यह कदम जिले की आर्थिक स्थिति को मजबूती देने के साथ-साथ एक सशक्त और सस्टेनेबल भविष्य की ओर भी अग्रसर है।