बिहार के शिक्षकों के लिए गाइडलाइंस जारी, नहीं पढ़ा तो होगा एक्शन का रिएक्शन 

  • Post By Admin on Jan 16 2025
बिहार के शिक्षकों के लिए गाइडलाइंस जारी, नहीं पढ़ा तो होगा एक्शन का रिएक्शन 

पटना : नए शैक्षणिक सत्र (2025-26) से बिहार के सभी 81000 सरकारी विद्यालयों में प्रबंधन की व्यवस्था प्रभावी हो जाएगी। इसके अंतर्गत शिक्षक मार्गदर्शिका के पूर्णतया अनुपालन करने की  तैयारी है। इस संबंध में शिक्षा विभाग द्वारा जिला शिक्षा अधिकारियों द्वारा निर्देश जारी किया गया। प्रत्येक विद्यालय में छात्र छात्राओं की उपस्थिति के साथ ही विद्यालय प्रबंधन, कक्षा प्रबंधन, छात्र प्रबंधन एवं अभिभावक प्रबंधन लागू होगा। शिक्षक यह सुनिश्चित करेंगे कि बच्चे विद्यालय पोशाक में अपने बस्ते में विद्यालय की समय-सारणी के अनुसार सभी विषयों की पाठ्य-पुस्तकें, नोटबुक, पेंसिल बॉक्स, पानी के बोतल के साथ कटे-संवरे बाल एवं कटे नाखून में आएं। 

शिक्षा विभाग के मुताबिक राज्य में पहली से 12वीं कक्षा तक सरकारी विद्यालयों में शिक्षक मार्गदर्शिका सख्ती से लागू कराई जाएगी। इन विद्यालयों में नामांकित बच्चों की संख्या 1 करोड़ 84 लाख 36 हजार 388 है। 

पढ़ें शिक्षकोंं के लिए जरूरी गाइडलाइंस

  • विद्यालय प्रबंधन के तहत कक्षा प्रारंभ होने के 10 मिनट पहले शिक्षक आएंगे।
  • विद्यालय परिसर में ई-शिक्षाकोष के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज करेंगे।
  • प्राचार्य के साथ बैठ कर उस दिन की शिक्षण योजना पर विमर्श करेंगे।
  • चेतना सत्र में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करते हुए छात्रों को अनुशासित रखेंगे।
  • चेतना सत्र में नैतिक मूल्यों पर चर्चा करेंगे। शिक्षक अभिभावक बैठक होगी।
  • कक्षा प्रबंधन के तहत हर दिन तिथि, विषय एवं उपस्थित-अनुपस्थित बच्चों की संख्या अंकित होगी।
  • वर्ग शुरू होने के पांच मिनट पहले संबंधित कर्मी से वर्गकक्ष की सफाई कराई जाएगी।
  • कक्षा में अधिक बच्चे होने पर सेक्शन की व्यवस्था होगी।
  • छोटी कक्षा के बच्चों को पहली पंक्ति में बैठाते हुए वरीयता क्रम से बड़ी कक्षाओं के बच्चों को पीछे बैठाएंगे।
  • शिक्षक पाठ योजना का दृढ़ता से पालन करेंगे, अभ्यास पुस्तिका एवं लेखन पुस्तिका अद्यतन कराएंगे।
  • हर हफ्ते बच्चों का साप्ताहिक टेस्ट होगा, उसके प्रश्नपत्र क्वेश्चन बैंक या शिक्षक खुद तैयार करेंगे।
  • क्लास में पाठ्य पुस्तकों के पठन पर विशेष बल होगा।
  • शिक्षकों के द्वारा अंग्रेजी भाषा में संप्रेषण कौशल विकसित किया जाएगा।
  • हर तीन माह पर बच्चों को प्रोग्रेस कार्ड मिलेंगे। बच्चों को नियमित रूप से गृह कार्य दिया जाएगा।
  • हर दिन स्कूल छोड़ने से पहले शिक्षक अगले दिन की पाठ योजना तय करेंगे।