एक भारत श्रेष्ठ भारत सांस्कृतिक महोत्सव का आयोजन

  • Post By Admin on Aug 09 2024
एक भारत श्रेष्ठ भारत सांस्कृतिक महोत्सव का आयोजन

पटना : पूर्व क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, कोलकाता और कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार के संयुक्त तत्वावधान में 9 और 10 अगस्त 2024 को पटना के प्रेमचंद रंगशाला में 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' सांस्कृतिक महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस महोत्सव में 'हर घर तिरंगा', 'प्रतिभा चयन प्रदर्शन' और 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' जैसे तीन प्रमुख कार्यक्रम हो रहे हैं। त्रिपुरा, मिजोरम और बिहार के लोक कलाकार अपने संगीत और नृत्य प्रस्तुतियों से महोत्सव को सजीव कर रहे हैं। इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण इंटरनेट के माध्यम से पूरे भारत में किया जा रहा है, ताकि इन कलाकारों और उनकी कला को राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाया जा सके।

पूर्वी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, कोलकाता, संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत एक प्रमुख संस्था है, जो भारत के पूर्व और पूर्वोत्तर राज्यों की सांस्कृतिक धरोहर को देश और विदेश में प्रसारित करने के लिए कार्यरत है। इसका मुख्य उद्देश्य विभिन्न राज्यों की वेशभूषा, खान-पान और सांस्कृतिक गतिविधियों का आदान-प्रदान करना है। भारत सरकार की 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' योजना के तहत यह केंद्र विरासत को सहेजने का भी कार्य कर रहा है। 2018 में जुड़वा राज्य कार्यक्रम के तहत बिहार और त्रिपुरा के सांस्कृतिक संबंधों को सुदृढ़ किया गया।

आज 9 अगस्त 2024 को महोत्सव का उद्घाटन बिहार के उप मुख्यमंत्री और कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा, मुख्य अपर सचिव श्रीमती हरजोत कौर बम्हरा, सचिव श्रीमती रूबी, संगीत नाटक अकादमी सम्मानित संजय उपाध्याय, क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, कोलकाता के उप निदेशक श्री तापस सामंतरॉय और सहायक अभियंता श्री राजर्षि चंद्रा ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया।

'हर घर तिरंगा' कार्यक्रम के अंतर्गत शाम 5 बजे दिनकर चौक से प्रेमचंद रंगशाला तक सांस्कृतिक रैली निकाली गई। इस रैली में बच्चे स्वतंत्रता सेनानियों के रूप में नजर आए और स्वतंत्रता संग्राम से संबंधित लेख, कविताएं और गीत प्रस्तुत किए।

शाम 4:30 बजे 'प्रतिभा चयन प्रदर्शन' का उद्घाटन श्री नीलेश्वर मिश्रा और अशोक विश्वास ने किया। इस कार्यक्रम में बिहार के युवा उत्सव के विजेता प्रतिभागियों ने अपनी प्रस्तुतियां दीं, जिनमें गोपाल सिंह (लोकगीत एवं भजन), मो० सलीम (बांसुरी), त्रिदीप शील और दल (लोकनृत्य), कुमार उदय सिंह (लौंडा नाच), शिवाली (लोकगीत), ग्रेसी (कत्थक नृत्य), रूपक ठाकुर (तबला वादन), प्रीति कुमारी (भरतनाट्यम नृत्य) और अंकित राज और दल (नाटक) शामिल थे। गौतम कुमार और दल ने सामा चकेवा और झिझिया लोकनृत्यों की प्रस्तुति दी।

इसके बाद 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' के अंतर्गत त्रिपुरा, मिजोरम और बिहार के दलों ने लोकनृत्यों का फ्यूज़न पेश किया। मिजोरम के जूलियट शैलो के दल और त्रिपुरा के खुमपुई कल्चरल ग्रुप ने अपने पारंपरिक लोकनृत्यों की प्रस्तुति दी। बिहार के गौतम कुमार और दल ने अपनी प्रस्तुतियों से महोत्सव की छटा बांध दी। अंत में, तीनों राज्यों की पारंपरिक वेषभूषाओं के साथ एक फैशन शो का आयोजन हुआ।