बोधि वृक्ष कॉरिडोर निर्माण यात्रा का पुनपुन में आगमन, पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूकता अभियान जारी
- Post By Admin on Dec 07 2024

पटना : बोधि वृक्ष कॉरिडोर निर्माण यात्रा का तीसरा दिन आज पुनपुन में सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। शहीद रामगोविंद सिंह पार्क में यात्रा दल ने शहीद रामानंद सिंह और शहीद रामगोविंद सिंह की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित की और पर्यावरण संरक्षण के प्रतीक के रूप में बोधि वृक्ष भी लगाया। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य जनमानस को प्रकृति से जोड़ना और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना है।
यात्रा में शामिल पीपल नीम तुलसी अभियान के संस्थापक और प्रख्यात पर्यावरणविद डॉ. धर्मेंद्र कुमार ने इस अवसर पर कहा कि यह यात्रा राजगीर से शुरू होकर पटना तक जाएगी। यात्रा राजगीर से नालंदा, बिहार शरीफ, नूरसराय, नगरनौसा, चंडी, दनियामा होते हुए 8 दिसंबर को पटना के एलसीटी घाट तक पहुंचेगी। जहां इसका समापन होगा। उन्होंने बताया कि यात्रा का उद्देश्य बोधि वृक्ष कॉरिडोर निर्माण के जरिए जनता को प्रकृति से जोड़ना और पर्यावरण संरक्षण के महत्व को समझाना है।
डॉ. धर्मेंद्र कुमार ने आगे कहा कि आज के समय में मानव अपनी बढ़ती हुई आवश्यकताओं की पूर्ति और जीवन को प्रभावशाली बनाने के लिए प्राकृतिक संसाधनों का अत्यधिक दोहन कर रहा है। जिसका परिणाम पर्यावरणीय समस्याओं के रूप में सामने आ रहा है। उन्होंने इस यात्रा के जरिए लोगों को इस मुद्दे के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया है।
यात्रा में शामिल सभी यात्रियों का स्वागत फूल-माला से किया गया। यात्रा दल में मुख्य रूप से डॉ. धर्मेंद्र कुमार, समाजसेवी दीपक कुमार, सीतामढ़ी से डॉक्टर अमित कुमार, समस्तीपुर से ट्री बॉय कन्हैया कुमार, उमेश कुमार, अवंतिका सिंह, समाज सुधारक सिकंदर हरिओम और अन्य पर्यावरण प्रेमी शामिल थे।
कार्यक्रम में सरला श्रीवास सामाजिक सांस्कृतिक शोध संस्थान के संयोजक और कठपुतली कलाकार सुनील सरला ने “बोल जमुरे बोल” नाटक और गीत-संगीत के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण पर जागरूकता फैलाने का प्रयास किया। इसके साथ ही कठपुतली और गायकी के जरिए भी लोगों को पर्यावरण के महत्व को समझाया गया।
कार्यक्रम के दौरान स्वागतकर्ता के रूप में लाला सिंह, पप्पू सिंह, मधु सिंह, सुधीर सिंह और शंकर कुमार उपस्थित थे, जिन्होंने यात्रा दल का जोरदार स्वागत किया। इस यात्रा का समापन 8 दिसंबर, रविवार को पटना के एलसीटी घाट पर होगा। जहां इस अभियान को लेकर एक बड़ी जनसभा आयोजित की जाएगी। यह यात्रा न केवल पर्यावरणीय समस्याओं को उजागर कर रही है, बल्कि लोगों को पर्यावरण संरक्षण की दिशा में ठोस कदम उठाने के लिए भी प्रेरित कर रही है।