शीतलहर से बचाव हेतु प्रशासन की अलाव की व्यवस्था

  • Post By Admin on Jan 04 2025
शीतलहर से बचाव हेतु प्रशासन की अलाव की व्यवस्था

दरभंगा : बढ़ती शीतलहर और ठंड से बचाव के लिए दरभंगा जिला प्रशासन ने व्यापक उपायों की शुरुआत की है। जिलाधिकारी राजीव रौशन के आदेश पर जिला आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा 81 से अधिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की गई है। साथ ही गरीबों के बीच 1016 कंबल और 5053 किग्रा से अधिक लकड़ी का वितरण किया गया है। यह कदम उन वंचित लोगों की मदद करने के लिए उठाया गया है जो ठंड से सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं।

81 स्थलों पर अलाव की व्यवस्था

दरभंगा जिले के विभिन्न प्रखंडों में शीतलहर से बचाव के लिए अलाव जलाने की व्यवस्था की गई है। कुल 81 स्थानों पर अलाव जलाए गए हैं। जिनमें दरभंगा प्रखंड के 7, बहादुरपुर के 3, हायाघाट के 8, हनुमाननगर के 2, बहेड़ी के 4, सिंहवाड़ा के 4, जाले के 5, केवटी के 6, मनीगाछी के 6, तारडीह के 6, बेनीपुर के 6, अलीनगर के 3, बिरौल के 6, किरतपुर के 4, घनश्यामपुर के 2, गौड़ाबौराम के 4 और कुशेश्वरस्थान पूर्वी के 5 स्थान शामिल हैं।

राशि आवंटन और लकड़ी वितरण

अलाव जलाने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा अब तक जिले को ₹8 लाख की राशि आवंटित की जा चुकी है। इस राशि को 18 अंचलाधिकारियों के बीच वितरित किया गया है। जिनमें बड़े प्रखंडों को ₹55,000 और छोटे प्रखंडों को ₹18,000 की राशि दी गई है। इसके अतिरिक्त, शीतलहर से बचाव के लिए 5053 किग्रा से अधिक लकड़ी का वितरण किया गया है।

कंबल वितरण

बढ़ती सर्दी से बचाव के लिए प्रशासन ने 1016 कंबलों का भी वितरण किया है। यह कंबल उन गरीब और जरूरतमंद व्यक्तियों को दिए गए हैं जो ठंड के मौसम में राहत पाने के लिए इनकी आवश्यकता महसूस कर रहे थे। कंबल वितरण का उद्देश्य शीतलहर के प्रकोप से गरीबों को सुरक्षित रखना है।

गरीबों को राहत

जिला प्रशासन का कहना है कि शीतलहर और सर्दी के प्रकोप से निपटने के लिए प्रशासन ने गरीब और पिछड़े वर्ग के लोगों को प्राथमिकता दी है। अलाव और कंबल वितरण जैसे कदमों से प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि ठंड से प्रभावित लोग राहत महसूस कर सकें और उनकी सुरक्षा हो सके।