विजय दिवस पर 25 हजार दण्ड प्रहार, भारतीय सेना के साहस को किया सलाम

  • Post By Admin on Dec 17 2024
विजय दिवस पर 25 हजार दण्ड प्रहार, भारतीय सेना के साहस को किया सलाम

पटना : विजय दिवस के अवसर पर बीते सोमवार को राजेन्द्र नगर में राष्ट्रभक्त नागरिकों ने 25 हजार दण्ड प्रहार (लाठी मार) का अभ्यास कर भारतीय सैनिकों के अदम्य साहस और पराक्रम को नमन किया। यह आयोजन पूरे देश में आयोजित कार्यक्रमों का हिस्सा था जिसका उद्देश्य भारतीय सेना का मनोबल बढ़ाना और देशभक्ति की भावना को सुदृढ़ करना है।

कार्यक्रम में पर्यावरणविद और देशभक्त राम बिलास शाण्डिल्य ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए बताया कि 15 अगस्त 1947 को भारत का विभाजन पश्चिमी और पूर्वी पाकिस्तान के रूप में हुआ था। लेकिन पश्चिमी पाकिस्तान की सरकार ने पूर्वी पाकिस्तान के नागरिकों पर 24 वर्षों तक अत्याचार किए। 26 मार्च 1971 को पूर्वी पाकिस्तान ने स्वतंत्रता की माँग उठाई जिसे तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने समर्थन दिया।

3 दिसंबर 1971 को पाकिस्तान ने भारत के 11 वायुसेना ठिकानों पर अचानक हमला किया जिससे भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध शुरू हुआ। यह युद्ध केवल 13 दिनों तक चला और 16 दिसंबर 1971 को भारतीय सेना ने ऐतिहासिक विजय प्राप्त की।

पूर्वी मोर्चे पर भारतीय सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा के नेतृत्व में पाकिस्तानी सेना के 93,000 सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया। इस युद्ध के परिणामस्वरूप पूर्वी पाकिस्तान एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में बांग्लादेश बना।

1971 के युद्ध में भारत के 3,900 सैनिकों ने अपने प्राणों की आहुति दी। जबकि 9,851 सैनिक घायल हुए। इस विजय की स्मृति में हर वर्ष 16 दिसंबर को विजय दिवस मनाया जाता है। भारतीय सैनिकों के साहस और बलिदान के सम्मान में दण्ड प्रहार का आयोजन किया जाता है जिससे पुरुषार्थ और आत्मबल बढ़ता है।

राजेन्द्र नगर के कार्यक्रम में शशि कुमार, राम बिलास शाण्डिल्य, नीरज नयन, विनोद कुमार साह, हिमालय कुमार, ई. कन्हैया कुमार, निखिल रंजन, अविनाश कुमार, नवल कुमार सिंह, अरविंद कुमार, रोहित कुमार, सुमित कुमार रवि, राहुल कुमार और आदित्य आनंद सहित सैकड़ों लोगों ने भाग लिया।