आज ईद है यानि अल्लाह से ईनाम लेने का दिन

  • Post By Admin on Jun 16 2018
आज ईद है यानि अल्लाह से ईनाम लेने का दिन

न्यूज़ डेस्क :- पूरे देश में आज बड़े ही धूम-धाम ईद मनाई जा रही है। इस्लाम में माना जाता है कि पहली ईद हजरत मुहम्मद पैगंबर ने सन 624 ईस्वी में जंग-ए-बदर के बाद मनाई थी।

जैसे हिंदुओं के दो प्रमुख त्योहार होते हैं होली और दीपावली वैसे ही मुस्लिमों के भी दो बड़े त्योहार होते हैं। जिस तरह रमजान की शुरुआत चांद देखकर होती है वैसे ही रमजान का महीना बीत जाने के बाद चांद देखकर ही ईद मनाई जाती है। असल में त्योहारों में चांद का बड़ा महत्व है, हिंदुओं में भी कई त्योहार चांद देखकर ही मनाए जाते हैं। ईद का चांद से बड़ा गहरा संबंध है। 

ईद उल फितर हिजरी कैलेंडर के दसवें महीने के पहले दिन मनाई जाती है और इस कैलेंडर में नया महीना चांद देखकर ही शुरू होता है। ईद भी रमजान के बाद नए महीने की शुरुआत के रूप में मनाई जाती है जिसे शव्वाल कहा जाता है।

ईद उल फितर और ईद उल जुहा (अजहा)। रमजान में पूरे महीने रोजे रखने के बाद पड़ने वाली ईद को ईद उल फितर कहते हैं। सिर्फ ईद के दिन ही नहीं यह त्योहार मुस्लिम समुदाय अगले कई दिनों तक पूरे जोश और उत्साह से मनाते हैं।

 एक माह तक अल्लाह की ईबादत वाले माह रमजान के बाद आने वाली ईद हर किसी को खुशी के अलग एहसास से भर देती है। चाहे गरीब हो या अमीर यह त्योहार हर किसी को अलग खुशी देता है। ईद मनाने से पहले एक परंपरा निभाई जाती है जिसे फितरा कहा जाता है, इसके तहत ईद मनाने वाले हर मुस्लिम को अपने पास से गरीबों को कुछ अनाज देना जरूरी होता है, जिससे वह भी खुशी से ईद मना सके।