विश्व स्तनपान सप्ताह को लेकर कार्यशाला का आयोजन, महिलाओं को किया गया जागरूक
- Post By Admin on Aug 01 2025

लखीसराय : आईसीडीएस और महिला एवं बाल विकास निगम लखीसराय के संयुक्त तत्वावधान में विश्व स्तनपान सप्ताह (1 से 7 अगस्त) के अवसर पर बुधवार को एक जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं जिला प्रोग्राम पदाधिकारी, आईसीडीएस सह मिशन शक्ति की नोडल पदाधिकारी वंदना पांडेय ने स्तनपान के महत्व और उससे जुड़ी सामाजिक-कार्यस्थलीय जरूरतों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि स्तनपान सप्ताह का उद्देश्य महिलाओं को स्तनपान और कार्य दोनों को मजबूती से एक साथ निभाने के लिए समर्थन देना है। खासकर कामकाजी महिलाओं को उनके स्तनपान से जुड़े अधिकारों के प्रति जागरूक करना और कार्यस्थलों पर उन्हें स्तनपान कराने के लिए अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराना बेहद जरूरी है।
वंदना पांडेय ने कहा कि नवजात शिशु के लिए मां का पहला गाढ़ा, पीला दूध – कोलेस्ट्रम – संपूर्ण आहार होता है, जिसे जन्म के एक घंटे के भीतर देना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि बच्चे को छह माह तक केवल स्तनपान कराना चाहिए और इसके बाद पांच साल या उससे अधिक आयु तक स्तनपान के साथ-साथ पौष्टिक पूरक आहार देना चाहिए।
उन्होंने यह भी बताया कि स्तन में दूध बनने की प्रक्रिया प्राकृतिक है और यह तभी तक बनी रहती है जब तक शिशु स्तनपान करता है। स्तनपान न केवल शिशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है बल्कि मां को भी कई बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करता है।
कार्यशाला में जिला मिशन समन्वयक प्रशांत कुमार, एनएनएम के प्रभारी जिला समन्वयक कन्हैया कुमार, लैंगिक विशेषज्ञ किस्मत कुमारी, केंद्र प्रशासक पूनम कुमारी, केस वर्कर निभा कुमारी, सरिता कुमारी समेत कई अधिकारी-कर्मी उपस्थित रहे।
कार्यशाला के माध्यम से महिलाओं और कर्मियों को स्तनपान के वैज्ञानिक, सामाजिक और स्वास्थ्य संबंधी पहलुओं से अवगत कराया गया, ताकि मातृत्व के इस महत्वपूर्ण हिस्से को और अधिक सशक्त बनाया जा सके।