नवजात शिशु सुरक्षा पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित
- Post By Admin on Jan 16 2025

लखीसराय : जिले के सदर अस्पताल के सभागार में जिला स्तर पर नवजात शिशु सुरक्षा कार्यक्रम (एनएसएसके) को लेकर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन सिविल सर्जन सह सचिव, जिला स्वास्थ्य समिति लखीसराय डॉ. ए. रहमान, उपाधीक्षक सदर अस्पताल डॉ. हरदीप बगेरिया और अन्य चिकित्सा अधिकारियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर सिविल सर्जन ने बच्चों के जन्म के समय होने वाली गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं और नवजात शिशुओं को सुरक्षा प्रदान करने के उपायों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यदि प्रसव पूरी तैयारी के साथ कराया जाए, तो नवजात शिशुओं की मृत्यु दर को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
प्रशिक्षण में राज्य स्तर से प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर डॉ. ए. रहमान और डॉ. हरदीप बगेरिया ने नवजात शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। इस कार्यक्रम में लखीसराय जिले के सभी प्रखंड स्तरीय स्वास्थ्य संस्थानों से कुल 32 आशा कार्यकर्ता को प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण के दौरान प्रसव के समय शिशु को स्वस्थ और सुरक्षित रखने के उपायों पर विशेष जोर दिया गया।
प्रशिक्षण के पहले दिन के सत्र में सदर अस्पताल के उपाधीक्षक ने बताया कि जन्म के समय अधिकांश बच्चों को सांस लेने में कठिनाई होती है। ऐसी स्थिति में उनकी सही देखभाल बेहद जरूरी होती है। शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए लेबर रूम में कार्यरत एएनएम को एनएसएसके के तहत विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
इस कार्यक्रम में हाइपोथर्मिया से बचाव, शीघ्र स्तनपान शुरू करना और बुनियादी नवजात पुनर्जीवन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया। इन प्रशिक्षणों का उद्देश्य नवजात शिशुओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करना और स्वास्थ्य कर्मियों को बच्चों की जान बचाने के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करना है।
इस दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य नवजात शिशु सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना और स्वास्थ्य कर्मियों को बेहतर तरीके से प्रशिक्षित करना है ताकि वे प्रसव के समय शिशु की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें और उनकी देखभाल में कोई कमी न हो।