जानिए कितनी गंभीर है यह मानसिक बीमारी और कितना समय लगता है ठीक होने में 

  • Post By Admin on Jan 20 2025
जानिए कितनी गंभीर है यह मानसिक बीमारी और कितना समय लगता है ठीक होने में 

नई दिल्ली : OCD (ऑब्सेसिव-कंपल्सिव डिसऑर्डर) एक गंभीर मानसिक स्थिति है। जिसमें व्यक्ति को अनचाहे, बार-बार आने वाले ख्यालों और विचारों से परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यह स्थिति व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर असर डाल सकती है और उसके दैनिक जीवन में भारी दखल डाल सकती है। आइए जानते हैं, OCD के बारे में और यह बीमारी कितनी गंभीर हो सकती है। साथ ही इससे उबरने में कितना समय लगता है।

OCD की गंभीरता और लक्षण

ऑब्सेसिव-कंपल्सिव डिसऑर्डर एक मानसिक स्वास्थ्य स्थिति है। जिसमें व्यक्ति किसी खास चीज को लेकर अत्यधिक चिंता करने लगता है। इसके कारण व्यक्ति के मन में बार-बार एक ही जैसे ख्याल आने लगते हैं। जिनका कोई वास्तविक आधार नहीं होता, लेकिन यह ख्याल व्यक्ति को बहुत परेशान करते हैं। इसे समझने के लिए एक सामान्य उदाहरण लिया जा सकता है। अगर किसी व्यक्ति को सफाई की OCD है, तो वह सफाई करने के बाद भी यह सोचता रहता है कि चीजें सही से साफ नहीं हुई हैं। इसी तरह, गैस बंद करने के बाद भी यह ख्याल सताता है कि क्या गैस सही से बंद की है या नहीं।

कुछ लोग इस स्थिति से जूझते हुए इसे सामान्य मानकर भूल जाते हैं, लेकिन दूसरों के लिए यह समस्या दिन-ब-दिन बढ़ती जाती है। डॉक्टरों का कहना है कि जब OCD व्यक्ति के दैनिक जीवन, कामकाज और रिश्तों में हस्तक्षेप करने लगे, तो इसे एक गंभीर मानसिक स्थिति माना जाता है।

कितनी गंभीर होती है OCD?

मनोवैज्ञानिक कंसल्टेंट के अनुसार OCD की गंभीरता हल्के से लेकर गंभीर हो सकती है। गंभीर मामलों में व्यक्ति घंटों तक अपने जुनून और ख्यालों को नियंत्रित करने में बिता सकता है। जिसके कारण उसके अन्य कार्य, शिक्षा और सामाजिक जीवन पर नकारात्मक असर पड़ता है। ऐसा व्यक्ति किसी भी कार्य को पूरा नहीं कर पाता, क्योंकि वह लगातार वही ख्यालों में खोया रहता है। इसके साथ ही, OCD को अक्सर चिंता विकारों से जोड़ा जाता है और ऐसे व्यक्तियों को संदेह या डर की तीव्र भावनाओं का सामना भी करना पड़ता है।

OCD का इलाज

OCD का इलाज आमतौर पर संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी (सीबीटी) के माध्यम से किया जाता है। इसमें विशेष रूप से एक्सपोजर और रिस्पॉन्स प्रिवेंशन (ERP) तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है। जिसमें व्यक्ति को धीरे-धीरे उन चीजों से रूबरू कराया जाता है। जिनसे वह घबराता है। इसके साथ ही चुनिंदा सेरोटोनिन रीअपटेक इनहिबिटर (SSRIs) जैसी दवाइयां भी दी जाती हैं, जो मस्तिष्क के रसायनिक असंतुलन को ठीक करती हैं।

OCD को ठीक होने में कितना समय लगता है?

OCD से उबरने में समय का अंतर व्यक्ति की स्थिति और उपचार के प्रति प्रतिक्रिया पर निर्भर करता है। कुछ मरीजों को कुछ महीनों में ही राहत मिल जाती है। जबकि दूसरों को इससे ठीक होने में सालों लग सकते हैं। इलाज के दौरान, डॉक्टर नियमित चेकअप करने की सलाह देते हैं ताकि बीमारी दोबारा न हो और इलाज का असर लंबी अवधि तक बना रहे।

डॉक्टरों का मानना है कि समय रहते उपचार से OCD को नियंत्रित किया जा सकता है और यह मानसिक स्थिति ठीक होने में मदद मिल सकती है। हालांकि, कुछ मामलों में यह बीमारी दीर्घकालिक हो सकती है और मरीज को जीवनभर उपचार की आवश्यकता हो सकती है।

OCD से उबरने का रास्ता

OCD एक मानसिक बीमारी है जो अगर समय रहते पहचानी जाए और इलाज किया जाए, तो इसे नियंत्रित किया जा सकता है। हालांकि, यह इलाज में समय ले सकता है और इलाज के प्रति सकारात्मक प्रतिक्रिया की आवश्यकता होती है। इसलिए, यह बेहद जरूरी है कि OCD से जूझ रहे व्यक्ति को सही समय पर मनोवैज्ञानिक मदद और दवाइयां मिलें, ताकि वह अपनी जीवनशैली को सुधार सके और सामान्य जीवन जी सके।