दूरसंचार पीएलआई योजना से 4,305 करोड़ का निवेश, देश में 28 हजार को मिला रोजगार : केंद्र सरकार
- Post By Admin on Jul 24 2025

नई दिल्ली : देश में दूरसंचार क्षेत्र की आत्मनिर्भरता को मजबूत करने के लिए शुरू की गई प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना ने अब तक 4,305 करोड़ रुपए का निवेश आकर्षित किया है। इससे 85,391 करोड़ रुपए की बिक्री और 16,414 करोड़ रुपए का निर्यात संभव हुआ है। यह जानकारी संचार एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री डॉ. पेम्मासानी चंद्रशेखर ने लोकसभा में एक लिखित जवाब के दौरान दी।
मंत्री ने बताया कि इस योजना से 28,067 लोगों को रोजगार भी मिला है। सरकार की मंशा है कि घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देकर भारत को टेलीकॉम टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाया जाए।
5जी क्रांति को मिला समर्थन, नीलामी से आवंटित किए गए हाई बैंड स्पेक्ट्रम
मंत्री के मुताबिक, भारत सरकार ने 5जी सेवाओं को गति देने के लिए 700 MHz, 3300 MHz और 26 GHz जैसे हाई बैंड स्पेक्ट्रम की नीलामी की थी। इन बैंडों को वर्ष 2022 और 2024 में दूरसंचार सेवा प्रदाताओं (TSP) को आवंटित किया गया। इनसे उन्हें किसी भी इंटरनेशनल मोबाइल टेलीकम्यूनिकेशन (IMT) तकनीक को अपनाने की छूट मिली है, जिससे देशभर में 5जी नेटवर्क का विस्तार आसान हुआ है।
डिजिटल इंडिया के तहत डाक विभाग की नई पहलें भी आईं सामने
डॉ. चंद्रशेखर ने बताया कि डाक विभाग ने डाकघर सेवाओं को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाने, डाक जीवन बीमा को पेपरलेस और ऑनलाइन प्रणाली में बदलने, डाक निर्यात केंद्रों की स्थापना और ग्रामीण ई-कॉमर्स को प्रोत्साहन देने जैसे महत्वपूर्ण कार्य किए हैं।
5जी स्टार्टअप्स और MSME को मिला समर्थन
दूरसंचार विभाग द्वारा Digital Communications Innovation Square (DCIS) योजना के तहत स्वदेशी 5जी तकनीक के विकास के लिए 126 स्टार्टअप्स और MSMEs की परियोजनाओं को समर्थन दिया गया है। इसके लिए 108 करोड़ रुपए का बजटीय प्रावधान किया गया है।
गांव-गांव पहुंचेगा ब्रॉडबैंड : भारतनेट से जुड़ी 2.14 लाख ग्राम पंचायतें
डॉ. चंद्रशेखर ने यह भी जानकारी दी कि भारतनेट परियोजना के तहत 2,14,325 ग्राम पंचायतों को ब्रॉडबैंड सेवा के लिए तैयार किया जा चुका है। सरकार का लक्ष्य है कि देश के हर कोने तक डिजिटल कनेक्टिविटी सुनिश्चित की जाए।
देश के डिजिटल भविष्य को आकार देने में दूरसंचार पीएलआई योजना, 5जी विस्तार और ग्रामीण ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी की यह त्रिशक्ति महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।