राम गोपाल वर्मा को ठहराया गया दोषी, गिरफ्तारी का आदेश, जा सकते है जेल
- Post By Admin on Jan 23 2025

मुंबई : बॉलीवुड के चर्चित फिल्म निर्माता राम गोपाल वर्मा को एक बड़े कानूनी झटके का सामना करना पड़ सकता है। मुंबई की अंधेरी मैजिस्ट्रेट कोर्ट ने उन्हें सात साल पुराने चेक बाउंस मामले में दोषी ठहराया है। इसके साथ ही, अदालत ने राम गोपाल वर्मा पर लाखों रुपये का जुर्माना भी लगाया है और उनके खिलाफ गैर-ज़मानती वॉरंट जारी किया है, ताकि उन्हें गिरफ्तार किया जा सके। यह मामला 2018 से लंबित था, जब वर्मा की कंपनी के खिलाफ चेक बाउंस का आरोप लगा था।
क्या है पूरा मामला?
यह मामला साल 2018 का है, जब राम गोपाल वर्मा की कंपनी के खिलाफ चेक बाउंस का मामला दर्ज हुआ था। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि वर्मा की कंपनी ने उन्हें एक चेक दिया था, जो बाउंस हो गया। इसके बाद से यह मामला अदालत में चला आ रहा था और सुनवाई के दौरान लगातार राम गोपाल वर्मा की उपस्थिति अनिवार्य थी। हालांकि, 21 जनवरी 2025 को वर्मा कोर्ट में पेश नहीं हुए। जिसके कारण कोर्ट ने उनके खिलाफ गैर-ज़मानती वॉरंट जारी कर दिया।
कोर्ट का फैसला और दंड
कोर्ट ने राम गोपाल वर्मा को नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट के सेक्शन 138 के तहत दोषी ठहराते हुए कहा कि वह शिकायतकर्ता को तीन महीने के भीतर तीन लाख 72 हजार रुपये का मुआवज़ा देंगे। अगर वह इस मुआवज़े का भुगतान नहीं करते, तो कोर्ट ने स्पष्ट रूप से कहा कि उन्हें तीन महीने के लिए जेल भेजा जा सकता है।
गैर-ज़मानती वॉरंट और गिरफ्तारी की संभावना
राम गोपाल वर्मा की गैरमौजूदगी के कारण अदालत ने उनके खिलाफ गैर-ज़मानती वॉरंट भी जारी किया है। इसका मतलब यह है कि अगर वह कोर्ट में आत्मसमर्पण नहीं करते, तो पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर सकती है।
कानूनी विवाद का लंबा इतिहास
यह मामला करीब सात साल से अदालत में चल रहा था। शिकायतकर्ता ने शुरुआत में चेक बाउंस की शिकायत की थी और लगातार सुनवाई के बावजूद वर्मा इस मामले में कोई हल निकालने में असफल रहे। मंगलवार को उनकी कोर्ट में अनुपस्थिति ने यह मामला और गंभीर बना दिया है।
राम गोपाल वर्मा की प्रतिक्रिया
फिलहाल राम गोपाल वर्मा की ओर से इस मामले में कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। हालांकि, यह मामला उनके लिए एक गंभीर कानूनी संकट बन सकता है और उनकी गिरफ्तारी की संभावना अब पहले से ज्यादा बढ़ गई है।