ओडिशा: यौन उत्पीड़न से तंग आकर आत्मदाह करने वाली छात्रा ने तोड़ा दम, प्रिंसिपल और प्रोफेसर गिरफ्तार
- Post By Admin on Jul 15 2025

भुवनेश्वर : ओडिशा के बालासोर में यौन उत्पीड़न की पीड़ा झेल रही बी.एड. द्वितीय वर्ष की 20 वर्षीय छात्रा ने तीन दिन तक जिंदगी से जूझने के बाद सोमवार रात एम्स भुवनेश्वर में अंतिम सांस ली। कॉलेज प्रिंसिपल और प्रोफेसर पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए उसने 12 जुलाई को खुद को आग लगा ली थी। उसकी चुप्पी और शिकायतों की अनसुनी पुकार अंततः उसे जिंदगी से दूर ले गई।
छात्रा 90 प्रतिशत जल चुकी थी और एम्स के बर्न सेंटर में वेंटिलेटर सपोर्ट, मल्टी-ऑर्गन सपोर्ट और किडनी थेरेपी पर थी। डॉक्टरों ने बताया कि तमाम प्रयासों के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका और रात 11:46 बजे उसने दम तोड़ दिया।
छात्रा की पीड़ा सिर्फ उसका नहीं, एक तंत्र की विफलता की चीख बनकर उभरी है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, जो इन दिनों ओडिशा दौरे पर थीं, ने स्वयं एम्स पहुंचकर छात्रा का हाल जाना था। राज्यपाल हरिबाबू कंभमपति ने भी मामले को गंभीर मानते हुए सरकार से पूरी रिपोर्ट तलब की है।
छात्रा फकीर मोहन स्वायत्त महाविद्यालय की छात्रा थी और विभागाध्यक्ष समीर कुमार साहू पर लगातार यौन उत्पीड़न का आरोप था। उसने कॉलेज प्रिंसिपल दिलीप कुमार घोष और पुलिस से कई बार शिकायत की, लेकिन कहीं से कोई राहत नहीं मिली। यहां तक कि आंतरिक शिकायत समिति भी मौन रही।
12 जुलाई को जब वह अंतिम बार प्रिंसिपल से मिलने गई, उसके कुछ देर बाद ही उसने कॉलेज परिसर में खुद पर केरोसिन डालकर आत्मदाह कर लिया। अब उसकी मौत ने पूरे राज्य को झकझोर दिया है। पुलिस ने विभागाध्यक्ष समीर साहू और प्रिंसिपल दिलीप घोष को गिरफ्तार कर लिया है।
इस हृदयविदारक घटना ने राज्य में महिला सुरक्षा, शिक्षा संस्थानों की जवाबदेही और सिस्टम की संवेदनहीनता पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं। सामाजिक संगठनों और छात्र यूनियनों ने दोषियों को कड़ी सजा और पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।