कुंभ पर सवाल उठाने वाले सनातन धर्म के लिए वायरस हैं : स्वामी कैलाशानंद गिरी

  • Post By Admin on Mar 08 2025
कुंभ पर सवाल उठाने वाले सनातन धर्म के लिए वायरस हैं : स्वामी कैलाशानंद गिरी

नई दिल्ली : समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा कुंभ मेले में होने वाले खर्च को लेकर उठाए गए सवालों पर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान हिंदू और सनातन धर्म पर सीधा हमला हैं। स्वामी कैलाशानंद गिरी ने कहा कि जो लोग कुंभ मेले पर सवाल उठा रहे हैं, वे दरअसल सनातन धर्म के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं और यह देशहित के भी खिलाफ है।

स्वामी कैलाशानंद गिरी ने कहा, “जो लोग कुंभ पर सवाल उठा रहे हैं, वे करोड़ों श्रद्धालुओं की श्रद्धा का अपमान कर रहे हैं। कुंभ मेला एक पवित्र आयोजन है, जिसमें हर साल लाखों लोग स्नान करने आते हैं। यह साबित करता है कि हिंदू और सनातनी अब जाग चुके हैं। उनके खिलाफ बयान देना न केवल सनातन धर्म के खिलाफ है बल्कि राष्ट्रहित के भी खिलाफ है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि जो लोग इस आयोजन पर सवाल उठा रहे हैं, वे सनातन धर्म के खिलाफ अपने विचार प्रस्तुत कर रहे हैं।

हरिद्वार कुंभ पर अखिलेश यादव के बयान पर प्रतिक्रिया

2021 के हरिद्वार कुंभ मेले को लेकर अखिलेश यादव ने आरोप लगाया था कि यही से कोरोना वायरस फैला था। इस पर स्वामी कैलाशानंद गिरी ने कड़ा पलटवार करते हुए कहा, “कुंभ में स्नान करने से लोग पवित्र होते हैं, अपवित्र नहीं।” उन्होंने तंज करते हुए कहा कि जिन लोगों ने कुंभ पर सवाल उठाए हैं, वे खुद सनातन धर्म के लिए वायरस जैसे हैं।

स्वामी कैलाशानंद गिरी ने उन आरोपों को भी खारिज किया जिसमें कहा जा रहा था कि महामंडलेश्वर की उपाधि के लिए पैसे लिए जाते हैं। उन्होंने बताया कि साधु-संतों और आम जनता के लिए भोजन और अन्य व्यवस्थाओं पर खर्च होता है, जिसे श्रद्धालु स्वेच्छा से दान करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी पैसा जबरन नहीं लिया जाता और यह एक शुद्ध धार्मिक कार्य है।

स्वामी कैलाशानंद गिरी ने संभल में बन रहे कलकी धाम मंदिर के निर्माण के लिए सभी हिंदुओं से एकजुट होने और योगदान देने की अपील की। उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण के अवतार भगवान कल्कि का जन्म संभल में होना है और इस मंदिर के निर्माण में हर हिंदू को योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा, “यह पवित्र कार्य है और सभी सनातनी और हिंदू को एक रुपये का दान करके इस मंदिर के निर्माण में भाग लेना चाहिए।”

स्वामी कैलाशानंद गिरी ने अपने बयान में सनातन धर्म की महिमा को उजागर करते हुए कहा कि इस तरह के धार्मिक आयोजनों को लेकर किसी भी प्रकार की निंदा या सवाल उठाना, हिंदू धर्म और संस्कृति की अवहेलना करना है।