नया भारत अब आतंकवाद का शिकार नहीं, ऑपरेशन सिंदूर जारी रहेगा : राजनाथ सिंह

  • Post By Admin on Jun 21 2025
नया भारत अब आतंकवाद का शिकार नहीं, ऑपरेशन सिंदूर जारी रहेगा : राजनाथ सिंह

उधमपुर : केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के उधमपुर स्थित उत्तरी कमान के सैनिकों से बातचीत करते हुए आतंकवाद के खिलाफ सरकार की मजबूत नीति का संकेत दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि “नया भारत अब आतंकवाद का शिकार नहीं होगा” और यह भी बताया कि 'ऑपरेशन सिंदूर' अभी खत्म नहीं हुआ है, बल्कि यह केवल एक विराम है।

राजनाथ सिंह ने पड़ोसी देश को चेतावनी देते हुए कहा, "भारत अब आतंकवाद के खिलाफ न सिर्फ अपने अधिकारों की रक्षा करेगा, बल्कि उनके समर्थकों को भी करारा जवाब देगा। ऑपरेशन सिंदूर इसी दिशा में उठाया गया ठोस कदम है, जिसने आतंकवादियों और उनके संरक्षकों को स्पष्ट संदेश दे दिया है।"

यह बयान ऐसे समय में आया है जब कुछ हफ्ते पहले जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 नागरिकों की जान गई थी, जिनमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल था। इसके बाद लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों के 9 ठिकानों को पाकिस्तान व पीओके में निशाना बनाकर ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया गया।

राजनाथ सिंह ने इस अभियान को "नपा-तुला, रणनीतिक और निर्णायक कदम" बताया। उन्होंने रामचरितमानस की पंक्ति “जिन्ह मोहि मारा, ते माई मारेज” का हवाला देते हुए कहा कि यह अभियान उन लोगों के खिलाफ है जिन्होंने भारत की शांति और अखंडता को चोट पहुंचाई।

रक्षा मंत्री ने सैनिकों को देश का गौरव बताते हुए कहा, "एक सैनिक की सेवा का कोई विकल्प नहीं होता। यह सिर्फ कर्तव्य नहीं, बल्कि देशभक्ति का सर्वोच्च रूप है।" उन्होंने सैनिकों को मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की सलाह दी और योग को इसके लिए बेहद कारगर बताया।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 की पूर्व संध्या पर आयोजित 'बाराखाना' कार्यक्रम में उन्होंने जवानों से नियमित योग और व्यायाम करने का आह्वान करते हुए कहा, "यदि आप मजबूत रहेंगे, तो देश की सीमाएं भी मजबूत रहेंगी। सीमाओं की मजबूती ही भारत की ताकत और विकास की नींव है।"

कार्यक्रम में खुखरी नृत्य, भांगड़ा, कलारी पट्टू और झांझ पटक जैसे रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ, जिसने सैनिकों के उत्साह और देशभक्ति को नई ऊर्जा दी। इस अवसर पर थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, उत्तरी कमान के जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा सहित सेना के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

राजनाथ सिंह का यह बयान और ऑपरेशन सिंदूर की निरंतरता भारत की आतंकवाद के खिलाफ बदलती रणनीति और निर्णायक रवैये को दर्शाता है। यह स्पष्ट संकेत है कि भारत अब सिर्फ प्रतिक्रिया नहीं देगा, बल्कि पहले से तैयारी और जवाबी कार्यवाही की नीति पर चलेगा।